निलंबित राष्ट्रपति Yoon Suk Yeol ने समन को किया अनदेखा, अब जांच अधिकारी ने कर दी गिरफ्तारी वारंट की मांग

साउथ कोरिया के निलंबित राष्ट्रपति योन सुक योल की समस्याएं बढ़ती ही जा रही हैं.

दरअसल, 29 दिसंबर को मार्शल लॉ लागू करने की जांच में योन सुक योल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. हालांकि, उन्होंने इस समन को ठुकरा दिया.

जिसके बाद जांच अधिकारियों ने उनके खिलाफ मार्शल लॉ की अस्थायी घोषणा को लेकर गिरफ्तारी वारंट जारी करने की मांग की है.

जांच दल ने बताया कि उन्होंने योन सुक योल को 3 बार समन किया. हालांकि, उन्होंने तीनों ही समन को अनदेखा कर दिया.  

साउथ कोरिया के संयुक्त जांच मुख्यालय ने 30 दिसंबर बताया कि योन सुक योल के खिलाफ विद्रोह और सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोपों में गिरफ्तारी की मांग की गई है.

ऐसे में अब कोर्ट इसका निर्णय लेगा कि योन सुक योल के खिलाफ  गिरफ्तारी वांरट जारी किया जाए या नहीं.

बता दें कि ये दक्षिण कोरिया के इतिहास में पहली बार है कि राष्ट्रपति को महाभियोग के प्रक्रिया पूरी होने से पहले हिरासत मे लेने का प्रयास किया जा रहा है.

दरअसल, 3 दिसंबर को राष्ट्रपति योन सुक योल ने देश में मॉर्शल लॉ की संक्षिप्त घोषणा की थी. उनकी इस घोषणा ने हर किसी को चौंका दिया था.

योन सुक योल की इस घोषणा के बाद देश की नेशनल एसेंबली ने उनके खिलाफ 204-85 के वोट से महाभियोग का प्रस्ताव पारित किया था.

जिसके बाद 14 दिसंबर को योन सुक योल को उनके कर्तव्यों से निलंबित कर दिया गया था.