मौत के बाद वेटिकन सिटी नहीं, बल्कि यहां दफन होना चाहते थे पोप फ्रांसिस
ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस का सोमवार सुबह निधन हो गया है. पोप फ्रांसिस ने 88 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली.
उनका निधन वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित उनके निवास स्थान पर हुआ. बता दें कि पोप फ्रांसिस पहले लैटिन अमेरिकी धर्मगुरू थे, जो पोप के पद पर पहुंचे थे.
2013 में पोप फ्रांसिस को पोप की उपाधि मिली थी. अपने कार्यकाल के दौरान पोप फ्रांसिस ने कई बड़े प्रशासनिक बदलाव किए.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मौत के बाद पोप फ्रांसिस कहां दफन होना चाहते थे. आइए हम आपको बताते हैं...
पोप फ्रांसिस ने एक बार खुद बताया था कि वो वेटिकन सिटी के बाहर दफ्न होना चाहते हैं.
कुछ साल पहले मैक्सिको के एक मीडिया चैनल को दिए साक्षात्कार में पोप फ्रांसिस ने अपनी आखिरी इच्छा साझा की थी.
इस दौरान उन्होंने कहा था कि वो रोम की सेंट मैरी मेजर बैसिलिका में दफन होना चाहते हैं, न कि वेटिकन सिटी में.
पोप ने इसके पीछे का कारण भी बताया था. दरअसल, उन्हें 'मदर ऑफ गॉड' कही जाने वाली मैरी से काफी लगाव था.
अगर पोप फ्रांसिस को सेंट मैरी बैसिलिका में दफन किया जाता है, तो वो एक सदी में पहले ऐसे पोप होंगे जिन्हें वेटिकन के बाहर दफन किया जाएगा.