Avadh Ojha पढ़ाई में अव्वल राजनीति में फेल, सर खुद नहीं निकाल पाए थे ये टफ एग्जाम

अवध ओझा देश का जाना-पहचाना चेहरा हैं.  सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले युवाओं को पढ़ाने वाले अवध ओझा सर राजनीति के पहले एग्जाम में फेल हो गए.

22 साल तक सिविल सर्विसेज की तैयारी करवाने के बाद अवध ओझा सर ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर मनीष सिसोदिया की सीट पड़पड़गंज से राजनीति में एंट्री की थी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. 

अवध प्रताप ओझा का यूपी के गोंडा से आते हैं. काफी संघर्ष कर उन्होंने BA, MA, LLB, MPhil और PhD की डिग्रियां हासिल कीं. उनकी शैक्षिक उपलब्धियों ने उन्हें शानदार टीचर और कोच बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाईं.

इलाहाबाद के कोचिंग सेंटर में अपने करियर की शुरुआत की. इस दौरान पहले प्रयास में उन्होंने UPSC प्रीलिम्स पास कर लिया, लेकिन मेन्स नहीं निकला. 

इस विफलता ने उन्हें सिखाया कि असली सफलता परीक्षा में अंक लाने से नहीं, तैयारी और सही मार्गदर्शन से मिलती है. वह सोशल मीडिया पर अपने अनुभव भी साझा करते हैं.

बीते 2 दिसंबर 2024 को ओझा सर ने आम आदमी पार्टी में शामिल होकर राजनीति पारी की शुरुआत की. 

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने उन्हें पड़पड़गंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया. लेकिन उनका राजनीति सफर उतना सुखद नहीं रहा. 

अवध ओझा सर पढ़ाई में अव्वल रहे, लिए राजनीतिक सफर में उन्हें भारी अंतर से चुनावी हार का सामना करना पड़ा.

पड़पड़गंज विधानसभा सीट पर हुई कुल तेरह राउंड की गिनती के बाद बीजेपी के रविंद्र सिंह नेगी को 74,060 वोट और ओझा सर को महज 45,988 वोट मिले.

सर की चुनाव हार के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने लिखा, "लगता है सर राजा नहीं बन पाए."