गुलेन बैरी सिंड्रोम ने ली एक व्यक्ति की जान, जानिए क्या हैं इस बीमारी के लक्षण और कारण

महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में गुलेन बैरी सिंड्रोम से पीड़ित एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

अब तक जीबीएस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 101 हो गई, जिसमें 68 पुरुष और 33 महिलाएं शामिल हैं.

गुलेन बैरी सिंड्रोम एक रेयर न्यूरोलॉजिकल डिजीज है. इसमें पेरीफेरल नर्व्स डैमेज हो जाती है और इसमें सूजन आ जाती है.

अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर एंड स्ट्रोक के अनुसार, जीबीएस के मरीजों में ब्लड क्लॉटिंग, कार्डियक अरेस्ट और  इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.

जीबीएस एक दुर्लभ स्थिति है जो मांसपेशियों में अचानक सुन्नता और कमजोरी दोनों का कारण बनती है, जिसमें अंगों में गंभीर कमजोरी, दस्त आदि शामिल हैं.

दुनिया में हर साल इससे पीड़ित करीब 7.5% मरीजों की मौत हो जाती है.

20% मरीजों को वेंटिलेटर पर जाना पड़ता है और 25%  मरीज कम से कम 6 महीने तक चल-फिर नहीं पाते हैं.

गुलेन बैरी सिंड्रोम के लक्षण- धड़कन बढ़ना, चेहरे पर सूजन, सांस लेने में तकलीफ, चलने-फिरने में परेशानी, आंख के आगे धुंधलापन

गर्दन घुमाने में समस्या, चुभन के साथ शरीर में दर्द, हाथ-पैर में कमजोरी और कंपकंपी,