कहीं आपको भी तो नहीं चढ़ा है प्यार का बुखार? इन लक्षणों से करें पता

प्यार एक खूबसूरत एहसास है. जिसमें कोई इंसान पड़ जाता है तो दुनियाभर की कायनात उसके पास होती है.

रोमांस का इच्छानुसार होने पर दो प्यार करने वाले एक दूसरी दुनिया में खो जाते हैं.

वहीं, जब उन्हें रिलेशनशिप में चीजें नॉर्मल नहीं होती हैं, तो व्यक्ति को तनाव, गुस्सा और निराशा हाथ लगती है. ऐसे में जो इस वक्त महसूस होता है, उसे प्यार का बुखार कहा जाता है.

लेकिन, कई बार इस बात का ज्ञात नहीं हो पाता कि किसी को प्यार का बुखार है या नहीं. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बताएंगे, जिससे आप प्यार के बुखार का पता लगता सकते हैं.

जब किसी को प्यार की बीमारी होती है तो प्रेम में उसकी एकाग्रता कम होने लगती है. उसका मन घर, ऑफिस, पढ़ाई में नहीं लगता. हर वक्त उसके दिल दिमाग पर  वहीं व्यक्ति छाया रहता है.

प्रेम रोग एक इमोशनल तूफान है. जिसमें आप किसी को पाने की चाहत में जुनूनी होने लगते हैं. ये भावनाएं आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर सकती हैं. आप उस व्यक्ति की आदतें अपनाने लगते हैं. ये प्यार के बुखार का लक्षण है.

जब कोई किसी के प्यार में पागल हो जाता है तो वो हर बातो को जज्बातों से जोड़ने लगता है. उसकी हर एक्टिविटी आपको आकर्षित करने लगती हैं. आप उसे किसी और से बात करते हुए नहीं देख सकते. उसके सामने आते हैं आपकी निगाहें उसी पर टिकी रह जाती हैं.

अक्सर प्रेम में रोगी लोग अपने पार्टनर की पसंद को अपने जिंदगी में अपनाने लगते हैं. उन्हें वो हर चीज अच्छी लगती है, जो उसके पार्टनर को पसंद हो. वो अपने संबंधियों के साथ अलग व्यवहार करने लगते हैं.

प्रेम रोग में भावनात्मक उतार-चढ़ाव होने लगता है. जब आप उस व्यक्ति के बारे में सोचते हैं, तो आपको अच्छा एहसास होता है, लेकिन वास्तविकता सामने आते ही आप चिंतित, उदास हो जाते हैं.