फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान पैन-पैन क्यों चिल्लाने लगा पायलट, जानें मतलब
बीते दिन इंडिगो की एक फ्लाइट दिल्ली से गोवा जा रही थी, लेकिन उसके इंजन नंबर 1 में खराबी के कारण मुंबई एयरपोर्ट पर उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी.
फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंगसे पहले पायलट ने मेडे मेडे की जगह पैन पैन का सिग्नल दिया.
हर कोई जानता है कि गंभीर परिस्थिति के दौरान पायलट मेडे सिग्नल देता है, लेकिन उसने पैन पैन सिग्नल क्यों दिया. आइए जानते हैं इसका मतलब...
हर कोई जानता है कि गंभीर परिस्थिति के दौरान पायलट मेडे सिग्नल देता है, लेकिन उसने पैन पैन सिग्नल क्यों दिया. आइए जानते हैं इसका मतलब...
मेडे शब्द का इस्तेमाल इमरजेंसी में किया जाता है. ये शब्द फ्रांसीसी मैदे (M’aider) से लिया गया है. जिसका मतलब है मेरी मदद करो.
इस शब्द को पायलट रेडियो कम्युनिकेशन के जरिए बोलता है. इसके साथ ही पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को बताता है कि कौन सा विमान है और उसमें क्या खराबी हो रही.
फ्लाइट में कितने लोग हैं, क्या लोकेशन है. जब जान पर खतरा रहता है, तब पायलट मेडे कॉल करता है.
अब आइए जानते हैं कि पैन पैन का इस्तेमाल कब और क्यों किया जाता है. दरअसल, ये सिग्नल गंभीर तकनीकी खराबी को दर्शाता है.
हालांकि, स्थिति बहुत गंभीर और जानलेवा नहीं होती है. फ्लाइट के एक इंजन में खराबी की वजह से पायलट ने मुंबई में आपातकाल लैंडिंग के बारे में अनुरोध किया.
इस दौरान उसने पैन-पैन सिग्नल जारी किया. ये सिग्नल मेडे से कम लेकिन एक गंभीर तकनीकी खराबी को दिखाता है.