आखिर बच्चों के माथे पर क्यों लगाते हैं काला टीका, दिलचस्प है वजह
भारत में छोटे बच्चों को काला टीका लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है.
ऐसा माना जाता है कि छोटे बच्चे बहुत प्यारे होते हैं, जिससे उन्हें दूसरों की नजर लग सकती है.
ऐसे में बच्चों को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने के लिए उन्हें काला टीका लगाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका संबंध परंपरा ही नहीं, बल्कि और आयुर्वेद से भी जुड़ा हुआ है.
जब भी मां, दादी या नानी बच्चों को काला टीका लगाती हैं, वो जानबूझकर उसे थोड़ा बिगाड़ देती हैं. ताकि बच्चा एकदम परफेक्ट न दिखे. इससे उसे तारीफ से बचाया जा सकता है.
माना जाता है कि ज्यादा तारीफ बच्चे की ऊर्जा का संतुलन बिगाड़ सकती है.
बच्चों का जब जन्म होता है, तब उसकी ऊर्जा बहुत सकारात्मक होती है. लेकिन वो बाहरी असर के प्रति काफी संवेदनशील भी होता है.
ऐसे में ये काला टीका एक तरफ से नकारात्मक कंपन को सोखने वाला कवच बन जाता है. इससे बच्चे की आवाज सुरक्षित रहती है.
ये टीका मां की चुपचाप से की गई एक प्रार्थना है. आज के दौर के भी लोग इस परंपरा को मानते आ रहे हैं.
माथे पर काला टीका परंपरा, विज्ञान और विश्वास का मेल है.