Shiv Mantra Jaap: हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव यानी भगवान शिव को महादेव, पशुपतिनाथ, विश्वनाथ, शंकर, भोले नाथ, भैरव, शंभू आदि के नाम से भी जाना जाता है. वैसे तो भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए पूरे सावन महीने में पूजा किया जा सकता है, लेकिन सावन माह में पड़ने वाले सोमवार और शुक्रवार को भगवान शिव की पूजा का महत्व कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है. बिना मंत्रों के जाप के भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है. काशी के ज्योतिष मर्मज्ञ श्रीनाथ प्रपन्नाचार्य की मानें तो यदि आप सावन में भगवान शिव के इन 5 प्रभावशाली मंत्रों का जाप कर लें, तो आपको संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी, साथ ही भगवान शिव की कृपा से आपकी सभी इच्छाएं भी पूर्ण होंगी. आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में…
भगवान शिव की पूजा कैसे करें? (Shiv Ji Puja Vidhi)
भगवान शिव के मंत्रों के जाप के लिए सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें. इसके बाद घर पर या घर के आस-पास स्थित शिवमंदिर में शिवलिंग पर अभिषेक करें. साथ ही भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग, अक्षत, पुष्प, चंदन आदि अर्पित करें. इसके बाद भोग लगाकर भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा करें और नीचे दिए गए मंत्रों में से किसी एक मंत्र का रुद्राक्ष की माला से एक माला यानी 108 बार जाप करें. ऐसी मान्यता है कि सावन महीने में भगवान शिव के इन मंत्रों के जाप से महादेव बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की मनचाही मुराद को पूरी करते हैं.
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- महामृत्युंजय मंत्र
ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।। - शिव जी का मूल मंत्र
ऊँ नम: शिवाय।। - भगवान शिव के प्रभावशाली मंत्र
 
ओम साधो जातये नम:।। ओम वाम देवाय नम:।।
ओम अघोराय नम:।। ओम तत्पुरूषाय नम:।।
ओम ईशानाय नम:।। ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।
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- रुद्र गायत्री मंत्र
 
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
- शिव के प्रिय मंत्र
 
- ॐ नमः शिवाय।
 - नमो नीलकण्ठाय।
 - ॐ पार्वतीपतये नमः।
 - ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
 - ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।
 
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

