Israel Iran Ceasefire: एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर का ऐलान किया है, तो दूसरी तरफ ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर फिर से बैलिस्टिक मिसाइल दाग दी हैं. इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने बताया है कि मंगलवार सुबह ईरान से इजरायल पर दो बार में छह मिसाइलें दागी हैं. पहले हमले में दो मिसाइलें शामिल थीं, जबकि दूसरे हमले में चार मिसाइलें थीं. दूसरे हमले में बीरशेबा स्थित एक अपार्टमेंट ब्लॉक को निशाना बनाया गया है.
ईरान ने दागीं कई बैलिस्टिक मिसाइल
ईरान की ओर से बैलिस्टिक (Israel Iran Ceasefire) मिसाइल लॉन्च किए जाने के बाद उत्तर, मध्य और दक्षिणी इजरायल के कुछ इलाकों में सायरन बजने लगे. देश के अधिकतर इलाकों में लोगों को पहले ही सचेत कर दिया गया है. नागरिकों को अगले आदेश तक बॉम्ब शेल्टर में रहने के निर्देश दिए गए हैं.
कुछ ही घंटों पहले ट्रंप ने किया था सीजफायर का ऐलान
ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब कुछ ही घंटों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर का ऐलान किया था. उन्होंने ‘ट्रुथ’ पर लिखा, “सभी को बधाई, ईरान और इजरायल के बीच पूर्ण और अंतिम सीजफायर पर सहमति बन गई है. सीजफायर छह घंटे में शुरू होगा. ईरान को पहले इसका पालन करना होगा.” ट्रंप ने आगे लिखा, “ईरान की ओर से सीजफायर का पालन करने के अगले 12 घंटे बाद इजरायल भी इस सीजफायर में शामिल हो जाएगा. 24 घंटे बाद युद्ध को औपचारिक रूप से खत्म माना जाएगा.”
ईरान-इजरायल की सहनशक्ति की तारीफ की
इसके साथ ही ट्रंप ने ईरान-इजरायल की सहनशक्ति, बुद्धिमत्ता और साहस की तारीफ की. उन्होंने कहा, “ईश्वर ईरान को आशीर्वाद दे. ईश्वर इजरायल को आशीर्वाद दे. ईश्वर मिडिल ईस्ट को आशीर्वाद दे. ईश्वर अमेरिका और पूरी दुनिया को आशीर्वाद दे.” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि दोनों देशों के बीच यह युद्ध सालों तक चल सकता था. इससे मिडिल ईस्ट तबाह हो सकता था, लेकिन ऐसा न तो हुआ और न होगा.
तेहरान को अमेरिका से नहीं मिला औपचारिक प्रस्ताव
इसके बाद ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तेहरान को अमेरिका की ओर से कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं मिला है. ऐसे में उसे इजरायल या वाशिंगटन के साथ दुश्मनी खत्म करने का कोई कारण नजर नहीं आता. उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने भारतीय समय के अनुसार रविवार सुबह 4.30 बजे ईरान की तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स नतांज, फोर्डो और एस्फाहान पर अटैक किया था. ट्रंप ने इसके बाद कहा था कि ईरान को अब संघर्ष खत्म करने के लिए सहमत होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने साफतौर पर कहा था कि अगर ईरान शांति कायम नहीं करता, तो उस पर और बड़े हमले किए जाएंगे.