प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बुधवार को घाना पहुंचे. यह 2 जुलाई से शुुरू हुई उनकी पांच देशों की यात्रा का पहला चरण है. घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उनके आगमन पर, पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी गई. घाना की यह यात्रा किसी भी भारतीय प्रधानमंत्रियों में 30 सालों की गई है.
घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर पीएम मोदी 2-3 जुलाई को घाना का दौरे पर रहेंगे. घाना ग्लेबल साउथ में एक महत्वपूर्ण भागीदार है और अफ्रीकी संघ और पश्चिमी अफ्रीकी राज्यों के आर्थिक समुदाय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अपनी यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी 3-4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो (T&T) की आधिकारिक यात्रा करेंगे.
आखिरी चरण में नामीबिया की यात्रा करेंगे PM मोदी
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “मैं राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू से मिलूंगा, जो इस वर्ष के प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थीं और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से, जिन्होंने हाल ही में दूसरे कार्यकाल के लिए पदभार संभाला है. भारतीय पहली बार 180 साल पहले त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे थे. यह यात्रा हमें पूर्वजों और रिश्तेदारों के विशेष बंधनों को फिर से जीवंत करने का अवसर प्रदान करेगी. यह हमें एकजुट करते हैं.”
पोर्ट ऑफ स्पेन से वे ब्यूनस आयर्स जाएंगे, जो 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा अर्जेंटीना की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी. नामीबिया पीएम मोदी की अंतिम चरण की यात्रा होगा. नामीबिया एक विश्वसनीय साझेदार है जिसके साथ भारत का उपनिवेशवाद के विरुद्ध संघर्ष का साझा इतिहास रहा है.