ISRO के मिशन गगनयान को मिली बड़ी सफलता, इंजन का अल्प अवधि हॉट टेस्ट सफल

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Gaganyaan Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को मिशन गगनयान को लेकर एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरअसल, इसरो ने गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली का अल्प अवधि हॉट टेस्ट सफलतापूर्वक कर लिया है. इसरो ने 3 जुलाई को तमिलनाडु में तिरुनेलवेली जिले के महेंद्रगिरि स्थित इसरो प्रणोदन परिसर (IPRC) में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली (SMPS) के दो हॉट टेस्ट सफलतापूर्वक किए.

पूर्वानुमानों के अनुसार रहा परीक्षण

बता दें कि परीक्षण सामग्री के विन्यास की पुष्टि के लिए 30 सेकंड और 100 सेकंड के लिए दो अल्पकालिक ताप परीक्षण किए गए. इस दौरान प्रणोदन प्रणाली का समग्र प्रदर्शन पूर्व-परीक्षण पूर्वानुमानों के अनुसार सामान्य रहा. इसरों के मुताबिक, 100 सेकंड के परीक्षण के दौरान, सभी लिक्विड एपोजी मोटर (LAM) इंजनों के साथ-साथ विभिन्न मोड (स्थिर अवस्था; स्पंदित) में सभी रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) थ्रस्टरों एक साथ संचालन भी सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया गया.

ISRO का द्रव प्रणोदन प्रणाली केंद्र (LPSC) गगनयान SMPS के लिए प्रौद्योगिकी विकास गतिविधियों का नेतृत्व कर रहा है. SMPS गगनयान कक्षीय मॉड्यूल की एक महत्वपूर्ण प्रणाली है और कक्षीय पैंतरेबाज़ी के साथ-साथ विशिष्ट निरस्तीकरण परिदृश्यों के दौरान इसकी आवश्यकता होती है. इसमें 5 लिक्विड एपोजी मोटर (LAM) इंजन (प्रत्येक 440N थ्रस्ट) और 16 रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) थ्रस्टर (प्रत्येक 100N थ्रस्ट) शामिल हैं.

जल्‍द ही होगी एक पूर्ण अवधि का हॉट परीक्षण

इसरो के अनुसार, उड़ान के करीब प्रणोदन प्रणाली की स्थितियों का अनुकरण करने के लिए, इन हॉट परीक्षणों के लिए SMPS परीक्षण आलेख में पहले के हॉट परीक्षणों से प्राप्त अनुभवों के आधार पर सुधार शामिल किए गए हैं. वहीं, इसरो की रिलीज में कहा गया कि इन हॉट परीक्षणों से प्राप्त आत्मविश्वास के साथ, इसरो जल्द ही एक पूर्ण अवधि का हॉट परीक्षण करेगा.

क्या है इसरों का गगनयान मिशन?

दरअसल, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो का गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है, जिसका मुख्‍य उद्देश्‍य तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को लगभग 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और उन्हें तीन दिनों के मिशन के बाद सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है.

इसे भी पढें:-राजस्थान के चुरू में भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान ‘जगुआर’ क्रैश, मलबे में एक शव बरामद  

 

Latest News

Azamgarh: सीएम योगी ने पिछली सरकारों पर साधा निशाना, बोले- ‘यूपी में वन, खनन, पेशेवर माफिया के द्वारा…’

आजमगढ़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ में समाज विरोधी व राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि समाज...

More Articles Like This