Saudi Arabia Sleeping Prince Died: सऊदी अरब के ‘स्लीपिंग प्रिंस’ अल वलीद बिन खालिद बिन तलाल अल सऊद की 36 साल की उम्र में निधन हो गया. बता दें कि सऊद 20 साल कोमा में थें, जिसके बाद अब उनकी मौत हो गई. दरअसल, 15 साल की उम्र में सऊद लंदन में एक हादसे का शिकार हो गए थे, जिसके बाद वो कोमा में चले गए और फिर कभी जागे ही नहीं.
‘स्लीपिंग प्रिंस’ सऊदी राजघराने के प्रमुख सदस्य प्रिंस खालिद बिन तलाल के बेटे थें. हैरानी की बात ये है कि सऊद के लिए दुनिया के बेहतरीन अमेरिकी और स्पेनिश न्यूरोलॉजिस्ट्स की मदद ली गई, लेकिन कोई उन्हें होश में लाने में सफल नहीं सका. हालांकि इस दौरान कभी-कभी उनके शरीर की दूसरी एक्विटीज जैसे आंखों की हरकतें और कुरान की तिलावत पर हल्की प्रतिक्रियाएं देखी गईं, जो लाखों लोगों के लिए आशा की किरण बन गईं.
प्रिंस खालिद ने कभी नहीं मानी हार
वहीं, खालिद बिन तलाल अपने बेटे की हालत को लेकर कभी निराश नहीं हुए. इलाज के दौरान मेडिकल एक्सपर्ट्स ने उन्हें बार-बार सलाह दी कि ‘स्लीपिंग प्रिंस’ को वेंटिलेटर से हटा दिया जाए, लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी. उनका कहना था कि ईश्वर ही जीवन देने और लेने वाला है. उनकी यह अडिग आस्था और पिता के रूप में समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन गया. उन्होंने वर्षो तक हर रोज अपने बेटे के पास बैठकर प्रर्थाना की, कुरान पढ़ा और उम्मीद को जिंदा रखा.
सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा #SleepingPrince
वहीं, जैसे ही प्रिंस के निधन की खबर आई, सोशल मीडिया पर #SleepingPrince ट्रेंड करने लगा. इस दुखद समय में तमाम लोगों ने अपनी श्रद्धांजलियां, भावनाएं और प्रार्थनाएं साझा की है. इस दौरान एक सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि 20 साल तक बिना हिम्मत हारे, उम्मीद और प्यार की जीवंत मिसाल बने रहे, अलविदा स्लीपिंग प्रिंस. यह सिर्फ एक व्यक्ति की कहानी नहीं, यह अटूट पिता का प्रेम और विश्वास की कहानी है.
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