India China direct flights: भारत और चीन के बीच 5 साल बाद फिर से सीधे उड़ानें शुरू करने की तैयारी चल रही है. दरअसल, गुरुवार को चीन ने कहा कि वह भारत के साथ मिलकर जल्द से जल्द हवाई संपर्क बहाल करने के कोशिशों में जुटा हुआ है. ऐसे में अगर दोनों देशों के बीच उड़ानें शुरू होती हैं, तो यह भारत और चीन के लोगों के लिए न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि ‘हम भारत के साथ लगातार संपर्क में हैं, जिससे देनों देशों के बीच सीधी उड़ानें जल्द शुरू हो सकें. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर दोनों पक्ष गंभीरता से काम कर रहे हैं.
2020 में बंद हो गई थीं सीधी उड़ानें
दरअसल, भारत और चीन के बीच हवाई सेवा साल 2020 में ही कोविड-19 महामारी और पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनाव के कारण में बंद हो गई थीं. बता दें कि पहले चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस और एयर चाइना जैसी कंपनियां पहले दिल्ली समेत कई भारतीय शहरों के लिए रोजाना उड़ानें संचालित करती थीं. वहीं, अब दोनों देशों की कुल अबादी 2.8 अरब से ज्यादा है, जिसके लिए सीधी उड़ानें शुरू होना यात्रा, व्यापार और आपसी सहयोग को बढ़ावा देगा.
‘समझौतों को लागू करने के लिए काम कर रहे‘
चीनी मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें शुरू होने से आपसी संबंधों को भी बल मिलेंगे. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देश नेताओं के बीच हुए समझौतों को लागू करने के लिए काम कर रहे हैं. हाल ही में रूस के कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद दोनों देशों ने कई संवाद तंत्रों को फिर से शुरू करने का फैसला किया था.
‘दोनों देश आपसी भरोसा बढ़ाने के लिए तैयार‘
खबरों की मानें तो चीनी विदेश मंत्री वांग यी के 18 अगस्त को भारत आने की संभावना है. इस दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजित डोवल के साथ विशेष प्रतिनिधि वार्ता में हिस्सा लेंगे. इस दौरान दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर बातचीत के लिए वांग और डोवल विशेष प्रतिनिधि हैं. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा कि ‘दोनों देश विभिन्न स्तरों पर संपर्क में हैं और आपसी भरोसा बढ़ाने के लिए तैयार हैं.’ हालांकि, इस दौरे की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
चीन ने जताई रिश्तों को मजबूत करने की इच्छा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन ने भारत के साथ रिश्तों को और मजबूत करने की इच्छा जताई है. लिन ने कहा है कि ‘भारत और चीन, दोनों बड़े विकासशील देश हैं और ग्लोबल साउथ के अहम सदस्य हैं. ‘ड्रैगन और हाथी’ का एक-दूसरे का साथ देना दोनों के लिए सही रास्ता है.’ साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि दोनों देशों को आपसी सहयोग बढ़ाने, मतभेदों को समझदारी से सुलझाने और एससीओ जैसे मंचों पर एकजुट होकर काम करना चाहिए.
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