नवरात्रि में बची हुई पूजा सामग्री को इधर-उधर फेंकने से होता है अपमान, फूल-मालाओं का इस प्रकार करें सही उपयोग

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Use of Puja Material Left after Navratri: हमारे हिन्‍दू धर्म में पूरे देश में नवरात्रि का त्योहार बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. घरों और पंडालों में देवी की मूर्तियों की स्थापना के साथ यह नौ दिन का त्योहार हमारे अंदर साल भर के लिए नई ऊर्जा और उत्साह भर जाता है. बता दें कि नवरात्रि के दिनों में बड़ी उमंग और श्रद्धा से देवी को विराजमान किया जाता है.

ऐसे में नवरात्रि के दौरान कई घरों में घट स्थापना होती है. इसके साथ ही मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है और उन्हें फूल, नारियल, चुनरी, वस्त्र और दीपक आदि अर्पित की जाती है. बता दें कि नवरात्रि के दौरान जब नवरात्रि का समापन होता है, तो पूजन सामग्री को लोग कहीं भी ठिकाने लगा देते हैं, लेकिन ऐसा करना बिल्कुल गलत है. इस दौरान अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आखिर पूजा में चढ़ाई गई चीजों का क्या करना चाहिए? तो हम आपको यहां बताएंगे कि ऐसे में आपको क्‍या करना चाहिए.

जलाई हुई बाती का उपयोग

नवरात्रि के दौरान में माता रानी की पूजा और आरती के दौरान उपयोग में लाई गई बाती के जले हुए अवशेष को कभी भी कचरे में नहीं फेंकें. पूजा करने के बाद सभी बातियों को इकट्ठा करके नवरात्रि के आखिरी दिन इसमें कपूर, लौंग और थोड़ा घी डालकर इसकी धूप जला दें. इसके साथ ही इसे पूरे घर में घुमाएं, जिससे घर की नेगेटिविटी दूर खत्‍म होगी. इससे बनी राख को पौधे में डाल दें. इसे लेकर ज्योतिषियो का कहना है कि यह भभूत नजर दोष से बचाती है.

देवी माता को चढ़ाए गए फूल-माला का उपयोग

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता दुर्गा को अर्पित किए गए फूलों और उनके गले से उतरी फूल मालाओं में भी उनकी अद्भुत ऊर्जा होती है. बता दें कि कुछ फूलों को अपने धन स्थान या पूजा घर में रखें. इसके साथ ही बाकी बचे फूलों को गमले की मिट्टी में डाल दें. बता दें कि गंदे स्थानों पर फेंके जाने से इनका अपमान होगा.

घट स्थापना के दौरान कलश की सामग्री का उपयोग

ऐसे में अगर आप नवरात्रि के दिनों में घट स्थापना करते हैं, तो आखिरी दिन पूजा के बाद कलश का जल घर के हर कोने में छिड़कें. यह आपके घर में नकारात्‍मक ऊर्जा को लेकर खत्‍म करके सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करेगा और बचा हुआ जल पौधों में डाल दें. इसके बाद कलश में रखे सिक्कों को लाल कपड़े में बांधकर धन स्थान पर रख दें.

पूजा में नारियल का उपयोग

बता दें कि नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा में रखा गया नारियल बहुत पवित्र माना जाता है. इसे परिवार और मित्रों में प्रसाद के रूप में बांट दें. बता दें कि अगर नारियल सूखा निकलता है, तो इसे नदी के बहते जल में छोड़ दें. नारियल खराब निकले, तो उसे किसी स्‍वच्‍द स्‍थान पर ले जाकर जमीन में दबा दें. कहा जाता है कि ऐसा नारियल आप पर आने वाली मुसीबतों को अपने ऊपर ले लेता है.

दुर्गा माता की लाल चुनरी का उपयोग

ज्‍योतिषों के अनुसार मंदिर में या पूजा में मिली चुनरी को घर के पवित्र स्थान, धन स्थान या वाहन पर बांधें. ऐसे में यदि आप पूजा करने बैठे तो इस चुनरी का उपयोग करते हैं.

माना जाता है कि नवरात्रि के बाद अगा आप इन चीजों को अपनाएंगे तो पूजा के बाद बची सभी चीजों का सही उपयोग भी हो जाएगा और ये गंदे स्थानों पर फेंकने में भी नहीं आएंगे. इसके साथ ही आपके ऐसा करने से आप पर माता रानी भी प्रसन्न रहेंगी.

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