US Budget Crisis: अमेरिकी सरकार इस समय शटडाउन की ओर तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि कांग्रेस आधी रात तक समझौता नहीं करती और सरकार का कामकाज ठप (शटडाउन) होता है, तो उनकी सरकार ऐसे अपूरणीय फैसले लेगी, जिन्हें बाद में वापस लेना मुश्किल होगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि इस स्थिति में (शटडाउन) लाखों कर्मचारियों की छंटनी और डेमोक्रेट्स से जुड़े कई कार्यक्रमों में कटौती की जा सकती है.
बता दें कि आधी रात को सरकारी फंडिंग खत्म हो रही है और डेमोक्रेट्स व रिपब्लिकन्स अपनी-अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. ऐसे में बजट पर समझौता न होने की स्थिति में अमेरिका आधी रात से शटडाउन में प्रवेश कर सकता है.
15वीं बार सरकारी शटडाउन का सामना करेगा अमेरिका
दरअसल, इस पूरे संकट की जड़ 1.7 लाख करोड़ डॉलर का वह बजट है जिससे संघीय एजेंसियों का संचालन होता है. वहीं, इस मामले को लेकर अंतिम फैसला रिपब्लिकन-नियंत्रित हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के हाथ में है, जिसकी बैठक बुधवार को होनी है. अगर समझौता नहीं हुआ, तो अमेरिका 1981 के बाद 15वीं बार सरकारी शटडाउन का सामना करेगा. बता दें कि पिछली बार 2018-19 में सरकार 35 दिनों तक बंद रही थी.
वैज्ञानिक शोध, स्वास्थ्य समेत अन्य सेवाओं पर असर शुरू
वहीं, संघीय एजेंसियों ने शटडाउन की स्थिति में गैर-जरूरी विभागों और सेवाओं को बंद करने की योजना बनानी शुरू कर दी है. ऐसे में वैज्ञानिक शोध, कस्टमर सर्विस और कई अन्य गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं. वहीं, इसका सबसे ज्यादा प्रभाव स्वास्थ्य क्षेत्र पर पड़ने की संभावना है. इस दौरान मेडिकेयर के तहत घर पर इलाज और टेलीहेल्थ सेवाओं का भुगतान बंद हो सकता है.
इसी बीच, एयरलाइंस ने भी चेतावनी दी है कि उड़ानों में देरी बढ़ेगी. पर्यावरण एजेंसी भी कई प्रदूषण नियंत्रण कार्यक्रम स्थगित करेगी. लंबा शटडाउन गरीब परिवारों की आवासीय सब्सिडी और बच्चों की शिक्षा योजनाओं को भी प्रभावित कर सकता है.
क्या चाहते है डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन
दरअसल, डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि बजट में लाखों अमेरिकियों के लिए स्वास्थ्य लाभ बढ़ाने का प्रावधान जोड़ा जाए. रिपब्लिकन का मानना है कि इस मुद्दे पर अलग से चर्चा होनी चाहिए इसी गतिरोध के बीच सोमवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप और कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई, लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला.
ट्रंप ने विपक्षी नेताओं का उड़ाया मजाक
बैठक के बाद ट्रंप ने विपक्षी नेताओं का मजाक उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर डीपफेक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर और हकीम जेफ्रीज की छवि के साथ छेड़छाड़ की गई थी. हालांकि इस पर जेफ्रीज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि अगली बार सामने आकर बात करें, फर्जी और नस्लवादी वीडियो के जरिये नहीं.
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