Indonesia School Collapse: इंडोनेशिया के सिदोअर्जो में इस्लामिक स्कूल की इमारत ढहने से इसके मलबे में दबकर 3 छात्रों की मौत हो गई और 100 से अधिक चोटिल हुए हैं. अधिकारियों के मुताबिक मलबे में कम से कम 91 छात्र अब भी दबे हुए हैं. बचावकर्मी, पुलिस एवं सैन्यकर्मी राहत एवं बचाव के कार्य में जुटे हैं. बचावकर्मियों को इस दौरान और शव भी दिखे, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
बचावकर्मियों ने छात्रों तक पहुंचाया ऑक्सीजन और पानी
अधिकारियों ने बताया कि घटना को करीब 2 दिन बीत जाने के बाद भी छात्रों को बाहर निकालने के प्रयास चल रहा है. बचावकर्मियों ने छात्रों तक ऑक्सीजन और पानी पहुंचाया है. बचाव अभियान कुछ समय के लिए रोका गया था, क्योंकि ढह चुके ढांचे में अचानक कंपन महसूस हुआ था. बचावकर्मियों ने इलाके में मौजूद लोगों से इमारत से दूर रहने की अपील की है. स्कूल में अधिकतर छात्र सातवीं से ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ते हैं और उनकी उम्र 12 से 18 साल के बीच है.
प्रवक्ता लगातार हो रहे बचाव कार्य का दे रहे हैं अपडेट
घटना के बारे में सुनकर परेशान परिजन अस्पताल या घटनास्थल के पास पहुंचे हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहरी लगातार हो रहे बचाव कार्य का अपडेट परेशान परिजनों को दे रहे हैं. खोज एवं बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारी नानंग सिगिट ने बताया कि कंक्रीट के भारी मलबे और इमारत के जर्जर ढांचे के कारण कार्य में बाधा आ रही है. भारी उपकरण उपलब्ध हैं, लेकिन इस आशंका के कारण उनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा कि कहीं इससे इमारत और ना ढह जाए.
बिना अनुमति के इमारत का किया जा रहा था विस्तार
सिगिट ने कहा कि बचाव कार्य में सैकड़ों कर्मी जुटे हैं. उन्होंने कहा कि हम मलबे के अंदर अब भी फंसे छात्रों को ऑक्सीजन और पानी पहुंचा रहे हैं, ताकि वे जिंदा रह सकें. हम उन्हें निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता जूल्स अब्राहम अबास्ट ने बताया कि जिस समय हादसा हुआ, उस दौरान छात्र इमारत में दोपहर की नमाज अदा कर रहे थे. इमारत का बिना अनुमति के विस्तार किया जा रहा था, तभी वह अचानक वह गिर गई.
इमारत के ढहने के कारणों की जांच कर रहे हैं अधिकारी
हादसे में जीवित बचे लोगों ने बताया कि छात्राएं इमारत के दूसरे हिस्से में नमाज अदा कर रही थीं और किसी तरह बच निकलीं. अधिकारी इमारत के ढहने के कारणों की जांच कर रहे हैं. अबास्ट ने बताया कि पुराना नमाज हॉल 2 मंजिला था, लेकिन बिना अनुमति के 2 और मंजिलें बनाई जा रही थीं. अबास्ट ने कहा कि पुरानी इमारत की नींव कंक्रीट की 2 मंजिलों को संभाल नहीं पाईं और ढह गई.
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