भारत में सर्जियो गोर बने अमेरिका के राजदूत, दोनों देशों के सम्बन्ध मजबूत होने की उम्मीद!

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Washington: भारत में सर्जियो गोर को अमेरिका का राजदूत बनाया गया है. 38 वर्षीय गोर भारत में सबसे कम उम्र के अमेरिकी राजदूत होंगे. गोर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक हैं. सीनेट के मतदान में सर्जियो गोर को चुना गया. ट्रंप ने गोर को नॉमिनेट किया था. अमेरिकी राजदूत गोर समेत 107 उम्मीदवार इस मतदान की रेस में शामिल हुए. हालांकि, इनमें से गोर को सीनेट की वोटिंग के जरिए चुना गया.

राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक भी रहे गोर

वह व्हाइट हाउस के राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक भी रहे थे. इन्हें ट्रंप सरकार के दूसरे कार्यकाल में 4,000 से अधिक पदों की जांच का दायित्व सौंपा गया था. इसी साल के अगस्त में राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर नामांकन की घोषणा की. 22 अगस्त को किए इस पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र के लिए यह महत्वपूर्ण है कि मेरे पास कोई ऐसा व्यक्ति हो जिस पर मैं अपने एजेंडे को पूरा करने और अमेरिका को फिर से महान बनाने में हमारी मदद करने के लिए पूरी तरह भरोसा कर सकूं. सर्जियो एक अद्भुत राजदूत साबित होंगे.

भारत को कहा था एक रणनीतिक साझेदार

राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी घोषणा की थी कि गोर दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए एक विशेष दूत के रूप में भी काम करेंगे. इसके बाद सितंबर में गोर ने सीनेट में अपनी पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान भारत को एक रणनीतिक साझेदार कहा था. उन्होंने आगे कहा कि भारत की भौगोलिक स्थिति, आर्थिक विकास और सैन्य क्षमताएं इसे क्षेत्रीय स्थिरता की आधारशिला और समृद्धि को बढ़ावा देने और हमारे राष्ट्रों के साझा सुरक्षा हितों को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाती हैं.

भारत के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग को गहरा करने को प्राथमिकता

भारत दुनिया में हमारे राष्ट्र के सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है. मैं राष्ट्रपति के एजेंडे को पूरा करने और हमारे रक्षा सहयोग को बढ़ाकर, निष्पक्ष और लाभकारी व्यापार को गहरा करके ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करके और प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाकर अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाने के लिए काम करूंगा. उन्होंने भारत के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत करने को लेकर कहा कि मैं भारत के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग को गहरा करने को प्राथमिकता दूंगा. इसमें संयुक्त सैन्य अभ्यासों का विस्तारए रक्षा प्रणालियों के सह-विकास और सह-उत्पादन को आगे बढ़ाना और महत्वपूर्ण रक्षा बिक्री को पूरा करना शामिल है.

दोनों देशों के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं

इस दौरान गोर ने कहा कि भारत की 1.4 अरब की आबादी और तेजी से बढ़ता मध्यम वर्ग अमेरिका के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर फार्मास्यूटिकल्स और महत्वपूर्ण खनिजों तक अपार अवसर है और दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावनाएं अपार हैं. उन्होंने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मुलाकात की थी. बैठक के बाद अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो ने कहा कि दोनों नेता अमेरिका-भारत संबंधों की सफलता को और बढ़ावा देने के लिए तत्पर हैं. गोर ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के भी करीबी सहयोगी हैं और जनवरी में डेनमार्क के क्षेत्र पर अमेरिकी कब्जे के लिए समर्थन जुटाने के प्रशासन के प्रयासों के तहत उनके साथ ग्रीनलैंड गए थे.

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