अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने अदाणी फाउंडेशन के साथ मिलकर स्वतेजा मार्ट पहल की उल्लेखनीय सफलता की घोषणा की है. इस पहल के अंतर्गत आयोजित सप्ताहभर के आउटरीच महा मेले में 2.7 लाख रुपए की बिक्री दर्ज की गई, जिससे महिला उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सशक्त समर्थन मिला. 21 से 28 सितंबर तक चले इस आयोजन में एंटरप्रेन्योरियल सेल्फ हेल्प ग्रुप (ईएसएचजी) से जुड़ी महिलाओं को अदाणी इलेक्ट्रिसिटी के विभिन्न कार्यालयों और सरकारी संस्थानों में अपने हस्तनिर्मित एवं घरेलू उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का प्रभावी मंच प्राप्त हुआ.
सप्ताह भर चले इस आयोजन के प्रभावशाली परिणाम देखने को मिले, जिसमें अदाणी इलेक्ट्रिसिटी कार्यालयों, मंत्रालय, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और टी2 (मुंबई हवाई अड्डा) सहित कई स्थानों पर कुल 2,70,000 रुपए की बिक्री हुई. इस सफलता ने न केवल भाग लेने वाली महिलाओं की आर्थिक आजीविका को बढ़ावा दिया, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी मजबूत किया और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. यह पहल, स्वाभिमान परियोजना का एक हिस्सा है और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी, अदाणी फाउंडेशन, एमएवीआईएम (महिला आर्थिक विकास महामंडल) और बीएमसी का एक संयुक्त प्रयास है, जिसका उद्देश्य महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना है.
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी के एक प्रवक्ता ने कहा, स्वाभिमान मार्ट सस्टेनेबल कम्युनिटी डेवलपमेंट के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है. प्रवक्ता ने आगे कहा, अपनी स्वाभिमान परियोजना के माध्यम से, हम न केवल एक बाजार उपलब्ध करा रहे हैं; बल्कि हम एक ऐसा इकोसिस्टम भी बना रहे हैं, जो वंचित समुदायों की महिलाओं में उद्यमिता, फाइनेंशियल लिटरेसी और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देता है. हमारा मानना है कि यह पहल उनकी आजीविका में महत्वपूर्ण वृद्धि करेगी और उनके समग्र कल्याण में योगदान देगी. स्वाभिमान मार्ट पहल ने ईएसएचजी का हिस्सा रहीं, 4,500 से अधिक महिला उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया.
मार्ट में 20 स्टॉल थे, जिनमें पारंपरिक हस्तशिल्प से लेकर जैविक और घरेलू सामानों तक, विविध प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध थीं, साथ ही एक क्लाउड किचन सुविधा भी थी. इसके अलावा, उच्च मानकों को सुनिश्चित करने के लिए, 60 से अधिक ईएसएचजी सदस्यों को इंडियन होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) से भोजन तैयार करने, स्वच्छता और सुरक्षा की ट्रेनिंग मिली. 2022 में अपनी शुरुआत के बाद से अदाणी इलेक्ट्रिसिटी और अदाणी फाउंडेशन की प्रमुख महिला सशक्तीकरण और आजीविका सृजन पहल, स्वाभिमान परियोजना ने महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है.
यह कार्यक्रम मुख्य रूप से मलाड-मालवानी, मीरा रोड और भयंदर जैसे वंचित समुदायों की महिलाओं को लक्षित करता है, जहाँ उन्हें एक समग्र उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. इस कार्यक्रम में व्यवसायिक कौशल विकास, फाइनेंशियल लिटरेसी, बिजनेस प्लान निर्माण और अपस्किलिंग के अवसर शामिल हैं, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं. अब तक, स्वाभिमान परियोजना के अंतर्गत 171 महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को कुल ₹4,81,84,000 के क्रेडिट लिंकेज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे 1,224 ESHG सदस्यों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिला है.
इस पहल का सकारात्मक प्रभाव यह है कि अब 500 से अधिक महिलाएं अपने स्वयं के छोटे व्यवसायों का संचालन कर रही हैं. इसके परिणामस्वरूप, प्रतिभागियों की औसत आय में लगभग 29% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है. अदाणी फाउंडेशन के एक प्रवक्ता ने कार्यक्रम के दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए कहा, 1996 से अदाणी फाउंडेशन भारत भर में सस्टेनेबल आउटकम देने वाले रणनीतिक सामाजिक निवेशों के लिए समर्पित रहा है. स्वाभिमान परियोजना व्यक्तियों और समुदायों को उनका खुद का व्यवसाय शुरू करने और उसे आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक स्किल, रिसोर्स और सपोर्ट प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाने के हमारे दृष्टिकोण का उदाहरण है.
प्रवक्ता ने आगे कहा, स्वतेजा मार्ट इसी प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष परिणाम है, जो इन महिलाओं को लखपति दीदी का दर्जा हासिल करने और एक सेल्फ-सस्टेनिंग वेंचर बनाने का एक ठोस मार्ग प्रदान करता है.