भारत और इजरायल के बीच प्रस्तावित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) दो चरणों में लागू किया जाएगा, जिससे द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि होगी. इसके साथ ही इनोवेशन, रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D) में दोनों देशों के सहयोग को भी मजबूती मिलेगी. वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वाणिज्य मंत्री के रूप में 20 साल बाद हुई इजरायल की यात्रा काफी सफल रही है.
भारत और इजरायल के बीच बढ़ेगा द्विपक्षीय व्यापार
केंद्रीय मंत्री ने जेरूसलम में कहा, मुझे उम्मीद है कि इस यात्रा के बाद भारत और इजरायल के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ेगा. इनोवेशन, रिसर्च और डेवलपमेंट में हमारे आपसी संबंधों में सुधार होगा और आगे चलकर दोनों देशों के बीच निवेश में भी अच्छी वृद्धि होगी. उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश एफटीए के पहले चरण को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के इच्छुक हैं जिससे व्यापार समुदाय को जल्द से जल्द फायदा मिल सके.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत और इजरायल मिलकर संकट को अवसर में बदलना जानते हैं. साथ ही कहा कि भारत में लागू किए गए चार नए लेबर कोड लगातार होने वाले सुधारों का हिस्सा है. हमारा प्रयास वर्कर्स, इंडस्ट्री और बिजनेस को प्रोत्साहित करना है.
गोयल ने येरुशलम में एक विशेष सभा में अपने समकक्ष नीर बरकत के साथ इजरायल में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में भारत और इजरायल के बीच मजबूत संबंधों पर प्रकाश डाला गया और बताया कि कैसे इजरायल में भारतीय समुदाय और भारत में यहूदी समुदाय लोगों के बीच संबंधों के विकास को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
उन्होंने प्रवासी भारतीयों से विकसित भारत की यात्रा में योगदान देने का आह्वान किया. इससे पहले गोयल ने कहा था कि भारत और इजरायल के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर बातचीत शुरू हो गई है. इसके लिए, केंद्रीय मंत्री ने इजरायल के इकोनॉमी और इंडस्ट्री मंत्री निर बरकत के साथ तेल अवीव में टर्म ऑफ रेफरेंस (टीओआर) भी साइन किया, जो दोनों के बीच चल रही एफटीए की बातचीत को मार्गदर्शन प्रदान करेगा.