New Delhi: श्रीलंका में दितवाह तूफान के बीच भारत की ओर से हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है. इसी बीच भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान में चल रही उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल करने की इजाजत पाकिस्तान को देने से मना कर दिया था. अधिकारियों के मुताबिक भारत ने दितवाह तूफान से प्रभावित श्रीलंका को मानवीय सहायता भेजने के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने के पाकिस्तान के अनुरोध को भी स्वीकार कर लिया था.
भारतीय एयरस्पेस के ऊपर से उड़ान भरने का निवेदन
अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान ने सोमवार को लगभग 1300 बजे (IST) भारतीय एयरस्पेस के ऊपर से उड़ान भरने का निवेदन किया था. इसमें उसी दिन भारतीय एयरस्पेस के ऊपर से उड़ान भरने की इजाजत मांगी गई थी. इस अनुरोध का मकसद श्रीलंका को मानवीय मदद पहुंचाना था. भारतीय अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह मंजूरी पूरी तरीके से मानवीय कदम था जो पाकिस्तान की ओर से भारतीय एयरलाइन के अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल पर बैन लगाए रखने के बावजूद दिया गया.
श्रीलंका में कम से कम 334 लोगों की मौत
चक्रवात दितवाह के कारण श्रीलंका में बाढ़ का सामना कर रहा है. श्रीलंका में कम से कम 334 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. वहीं अधिकारी राजधानी कोलंबो के कुछ हिस्सों में बढ़ते बाढ़ के पानी से जूझ रहे हैं. बता दें कि भारत ने साइक्लोन दितवाह से निपटने के लिए ऑपरेशन सागर बंधु के तहत श्रीलंका को 53 टन राहत सामग्री भेजी है. एक आधिकारिक जानकारी के मुताबिक भारत ने कोलंबो में दो इंडियन नेवी जहाजों से 9.5 टन इमरजेंसी राशन भेजा है.
राहत सामग्री पहुंचाने के लिए तीन एयरक्राफ्ट तैनात
टेंट, तिरपाल, कंबल, हाइजीन किट, रेडी-टू-ईट खाने की चीज़ें, दवाइयां और सर्जिकल इक्विपमेंट समेत 31.5 टन और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए इंडियन एयर फ़ोर्स के तीन एयरक्राफ्ट तैनात किए गए हैं. इसके अलावा नई दिल्ली ने इंडियन नेवी के जहाज़ सुकन्या (त्रिंकोमाली में) पर 12 टन और राहत सामग्री भेजी है जिससे कुल 53 टन सामग्री पहुंच गई है.
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