US Senate : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भी महाभियोग प्रस्ताव लाए जाने से ह्वाइट हाउस में खलबली मच गई है. बता दें कि ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था. ऐसे में प्रतिनिधि सभा ने गुरुवार को टेक्सास के डेमोक्रेट सांसद अल ग्रीन द्वारा लाए गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को दूसरी बार खारिज कर दिया.
बता दें कि इस बार दूसरी बार ग्रीन की महाभियोग शुरू करने की कोशिश नाकाम हुई. प्राप्त जानकारी के अनुसार सदन ने 237-140 मतों से ग्रीन का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिया, इसके साथ ही मौजूदा 47 डेमोक्रेट सांसदों ने वोट दिया. इस दौरान मतदान से पहले हाउस माइनॉरिटी लीडर हकीम जेफ्रीज़ और उनके डिप्टी नेताओं ने बयान दिया कि महाभियोग के लिए “व्यापक जाँच प्रक्रिया” ज़रूरी है, जो कि रिपब्लिकन बहुमत ने अभी तक शुरू नहीं की. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि “महाभियोग संविधान का पवित्र हथियार है जो सत्ता के दुरुपयोग, कानून तोड़ने और जनता के विश्वास को धोखा देने वाले भ्रष्ट कार्यकारी को जवाबदेह ठहराने के लिए है.
ट्रंप पर लगाया आरोप
इसके साथ ही ग्रीन ने आरोप लगाया कि रिपब्लिकन बहुमत ने वह गंभीर काम बिल्कुल नहीं किया, क्योंकि वे सिर्फ ट्रम्प के चरम एजेंडे पर मुहर लगाने में लगे हैं. ऐसे में उनका कहना है कि हम आज के प्रस्ताव पर ‘मौजूद’ वोट देंगे.” ग्रीन ने कहा कि ट्रम्प ने अपने दूसरे कार्यकाल में “गंभीर अपराध और बुरे कर्म” किए हैं, संविधान के अनुसार महाभियोग और पद से हटाने का आधार है.
ग्रीन ने मतदान से पहले संक्षिप्त भाषण में कहा
“सोशल मीडिया वीडियो के ज़रिए नवीनतम प्रस्ताव में ट्रम्प पर सैनिकों से अवैध आदेश मानने से इनकार करने को कहकर कांग्रेस के डेमोक्रेट सांसदों को फाँसी की धमकी देने” का आरोप था. इसके साथ ही ग्रीन ने मतदान से पहले संक्षिप्त भाषण में कहा कि “उन्होंने ऐसा आचरण किया है कि अब न्यायपालिका के सदस्यों, प्रतिनिधि सभा और सीनेट के सदस्यों को धमकियां मिल रही हैं.” प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रंप के पहले कार्यकाल में ही दो बार महाभियोग लगा था. बता दें कि 2020 चुनाव से पहले बाइडेन परिवार की जांच के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की पर दबाव बनाने के लिए और 2021 में 2020 चुनाव परिणाम पलटने और कैपिटल दंगे के लिए.
मामले को लेकर रिपब्लिकन ने दी चेतावनी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दोनों बार महाभियोग प्रस्ताव पर सीनेट ने ट्रंप को बरी कर दिया था. इस मामले को लेकर रिपब्लिकन अब चेतावनी दे रहे हैं कि अगर डेमोक्रेट्स अगले साल मिड-टर्म में बहुमत जीतते हैं तो वे ट्रम्प को तीसरी बार महाभियोग लगाने की पूरी कोशिश करेंगे. इसके साथ ही इसे अगले साल के चुनाव अभियान का बड़ा मुद्दा बना रहे हैं. हालात को देखते हुए डेमोक्रेट नेतृत्व जोर दे रहा है कि वे ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में महाभियोग लगाने के इरादे से नहीं चल रहे और ऐसे गंभीर कदम के लिए पूरी जाँच ज़रूरी है.
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