आगराः छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोपों के मामले में फरार प्रबंधन संस्थान के मैनेजर चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी को दिल्ली पुलिस ने शनिवार की देर रात ताजगंज क्षेत्र के होटल से गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार की शाम से वह होटल में रुका था. बाबा को लेकर दिल्ली पुलिस की टीम आगरा से दिल्ली पहुंच चुकी है. दिल्ली पुलिस आज बाबा को कोर्ट में पेश करेगी. इसके बाद पुलिस बाबा की रिमांड मांग सकती है.
देर रात होटल में पहुंची पुलिस
बुधवार को आगरा में आरोपित की लोकेशन मिली थी. इसके बाद से ही पुलिस सक्रिय हो गई थी. आरोपित का लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था. दिल्ली पुलिस शनिवार देर रात तीन बजे ताजगंज क्षेत्र में फतेहाबाद रोड स्थित होटल फर्स्ट में पहुंची. होटल के कर्मचारी भरत ने बताया कि सादा कपड़ों में दिल्ली क्राइम ब्रांच के दो अधिकारी होटल में आए थे.
रजिस्टर देख 101 नंबर रूम में पहुंची पुलिस
रजिस्टर की एंट्री देखने के बाद वे होटल के कमरा नंबर 101 में रुके स्वामी पार्थसारथी के पास पहुंचे. कमरे में करीब 15 मिनट तक रुककर उन्होंने पूछताछ की. इसके बाद वह लगेज के साथ स्वामी पार्थ सारथी को अपने साथ ले गए.
मालूम हो कि दिल्ली में बसंत कुंज स्थित शारदा इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के मैनेजर चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी पर पीजी डिप्लोमा कर रहीं छात्राओं ने छेड़छाड़ और अश्लील हरकत के आरोप लगाए थे. छात्राओं की शिकायत पर संस्थान प्रबंधन ने 4 अगस्त को थाने में शिकायत दी थी, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज किया.
बाबा ने रेस्टोरेंट से खाना था मंगाया
चैतन्यानंद ने स्वामी पार्थ सारथी के नाम से होटल के रजिस्टर में एंट्री थी. वह शनिवार शाम 4 बजे होटल में पहुंचे थे. रात में रेस्टोरेंट से खाना मंगाया था. उनसे मिलने कोई होटल में नहीं आया. होटल के कर्मचारियों के स्वामी पार्थ सारथी के कारनामों की कोई जानकारी नहीं थी. क्राइम ब्रांच देर रात ही चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी को अपने साथ ले गई.
आगरा पुलिस अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं कर रही. इंस्पेक्टर ताजगंज जसवीर सिंह सिरोही का कहना है कि उन्हें दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी. गिरफ्तारी की भी उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
मालूम हो कि इससे पहले दिल्ली की पटियाला हाई कोर्ट ने स्वामी चैतन्यानंद की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. वहीं, दिल्ली पुलिस ने बाबा चैतन्यानंद के 8 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं. ये रकम 18 बैंक खातों और 28 एफडी में जमा थी. ये रकम आरोपी पार्थसारथी उर्फ बाबा चैतन्यानंद सरस्वती के द्वारा बनाए गए ट्रस्ट से जुड़ी हुई है.