फतेहपुरः सदर कोतवाली क्षेत्र के आबूनगर स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरे पर रविवार को तोड़फोड़ की घटना के बाद फतेहपुर का माहौल तनावपूर्ण हो गया. हिंदू संगठन और बीजेपी की अगुवाई में चलाए गए अभियान के दौरान मजार पर चढ़कर हंगामा हुआ, जिससे हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए.
दोनों पक्ष के लोग सामने-सामने
सोमवार को विवादित स्थल पर पहुंचकर कुछ लोगों ने मज़ार पर चढ़कर लोगों ने लाठी-डंडा के साथ तोड़फोड़ की और पूजा-पाठ कार्य करने का दावा किया. इससे मौके पर तनाव फैल गया और दोनों पक्ष एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को काबू में किया. संवेदनशीलता को देखते हुए 10 थानों की पुलिस फोर्स और डेढ़ प्लाटून पीएसी तैनात कर दी गई है. विवादित स्थल के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी गई है और उच्च अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
प्रशासन ने की शांति बनाए रखने की अपील
फिलहाल प्रशासन ने किसी भी पक्ष के खिलाफ आधिकारिक कार्रवाई का ऐलान नहीं किया है, लेकिन शांति बनाए रखने की अपील की है. सोशल मीडिया पर दोनों समुदायों के बीच तीखी बयानबाजी और पोस्टें जारी हैं, जिससे स्थिति संवेदनशील बनी हुई है.
पिछले कई दिनों से चल रहा विवाद
मालूम हो कि नई बस्ती रेडईया स्थित सिद्धपीठ ठाकुर जी विराजमान मंदिर के नवीनीकरण को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा है. मठ–मंदिर संरक्षण संघर्ष समिति ने इस स्थल को मंदिर बताते हुए 11 अगस्त को पूजा-अर्चना की और सौंदर्यीकरण कार्य शुरू करने का ऐलान किया था. बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने भी इस कदम का समर्थन करते हुए कहा था कि मंदिर का वर्षों पहले स्वरूप बदला गया था और अब कायाकल्प जरूरी है.
दूसरी तरफ, राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल ने इस स्थल को राष्ट्रीय सम्पत्ति नवाब अब्दुल समद का मकबरा बताते हुए डीएम को पत्र भेजकर विरोध दर्ज कराया था. पत्र में कहा गया था कि सरकारी अभिलेखों में यह मकबरे के रूप में दर्ज है और यहां मुस्लिम धार्मिक गतिविधियां होती रही हैं. कौंसिल का आरोप था कि इसे मंदिर बताकर माहौल बिगाड़ने और कब्जा करने की कोशिश की जा रही है.
पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि शांति व्यवस्था कायम है. मौके पर पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है. वीडियोग्राफी कराई गई है. अशांती फैलाने वालों की पहचान की जा रही है, जो लोग भी दोषी पाए पाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
(रिपोर्ट, यश द्विवेदी)