Kishtwar Cloudbrust: रविवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर पहुंचे. रक्षामंत्री ने किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना में घायल हुए लोगों से जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में मुलाकात की. उन्होंने चिकित्सकों से घायल लोगों के संबंध में जानकारी ली. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उनके साथ रहे.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया, सभी घायल खतरे से बाहर
मीडिया से बातचीत में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं और उनकी सेहत में सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैं यहां उन घायल लोगों से मिलने आया हूं, जो किश्तवाड़ में हुई घटना में प्रभावित हुए हैं. प्रधानमंत्री भी इस घटना को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने स्थिति जानने की इच्छा जताई थी. मौसम खराब होने की वजह से मैं मौके पर नहीं जा पाया. वहां भूस्खलन की वजह से वाहन आगे नहीं बढ़ सके. सभी मरीज सुरक्षित हैं और ठीक हो रहे हैं.
किश्तवाड़ में बादल फटने से 60 से अधिक लोगों की हुई थी मौत
मालूम हो कि किश्तवाड़ में 14 अगस्त को मचैल माता यात्रा के दौरान बादल फटने की घटना हुई थी, जिसमें 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. बादल फटने के कारण अचानक फ्लैश फ्लड आया, जिससे भारी तबाही और जान-माल का नुकसान हुआ था. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआईएसएफ, भारतीय सेना और स्थानीय प्रशासन की टीमें आठवें दिन भी राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं.
इससे पूर्व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था और घायलों का हाल जाना था. उन्होंने कहा कि सभी मरीज स्थिर स्थिति में हैं और शीघ्र स्वस्थ होकर घर लौटेंगे. सिन्हा ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि 32 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है. उन्होंने राहत कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि अब तक प्रभावित परिवारों को 4.13 करोड़ रुपये सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है और केंद्र व राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के पुनर्वास का पूरा ध्यान रखेंगी.