रोया सदात की साहसिक फिल्म ‘ सीमा का गीत ‘ तालिबानी शासन से पहले के अफगानिस्तान (1972) से शुरू होती हैं और आज के तालिबानी शासन तक सफर करती हैं। उस समय औरतें न सिर्फ आजाद थी वल्कि अपनी मर्जी की मालिक भी थी। कालेजों- विश्वविद्यालयों में लड़कियां गीत संगीत नृत्य और आधुनिक फैशन सीख सकती थी। यह वहीं दौर था जब पूरा अफगानिस्तान विरोधी राजनीतिक विचारधाराओं के बीच उबल रहा था। पहाड़ों में इस्लामी कट्टरपंथी मुजाहिद्दीन पनप रहे थे और सेना से उनकी छिटपुट लड़ाइयां चलती रहती थी। यह वहीं दौर था जब दुनिया अमेरिका और रूस के नेतृत्व में दो खानों में बंटी हुई थी। लेकिन तब अफगानिस्तान एक राहत भरा देश था जहां औरतें आजाद थीं।
