गुरुनानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) या प्रकाश पर्व के अवसर पर 2100 भारतीय सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति दी गई है. इस बात की जानकारी भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की. पोस्ट में कहा गया है कि “नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग ने श्री गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव में भाग लेने के लिए भारत के सिख तीर्थयात्रियों को 2100 से अधिक वीजा जारी किए हैं. यह उत्सव 4 से 13 नवंबर 2025 तक पाकिस्तान में आयोजित किया जाएगा.”
The Pakistan High Commission in New Delhi has issued over 2100 visas to Sikh pilgrims from India to participate in the Birth Celebrations of Baba Guru Nanak Dev Ji, to be held in Pakistan from 04-13 November 2025.@ForeignOfficePk@Saadawarraich@epwing_official
— Pakistan High Commission India (@PakinIndia) October 29, 2025
बता दें कि 1974 में भारत और पाकिस्तान प्रोटोकॉल के तहत इन तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान भेजा जाएगा. यह अटारी-वाघा बॉर्डर से होते हुए ननकाना साहिब और करतारपुर साहिब समेत तमाम पवित्र गुरुद्वारों का दर्शन करेंगे.
2019 में खोला गया था करतारपुर कॉरिडोर
साल 2019 में करतारपुर कॉरिडोर को सिख तीर्थयात्रियों के लिए वीज़ा-मुक्त यात्रा की सुविधा के रूप में शुरू किया गया था. इस कॉरिडोर के माध्यम से श्रद्धालुओं के लिए गुरुद्वारा दरबार साहिब तक पहुंचना बेहद आसान हो गया है. बता दें कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारा का काफी महत्व है. भारत और पाकिस्तान के बीच 2019 में खास समझौता हुआ था. इस समझौते के तहत भारतीय मूल के सभी तीर्थयात्री इस कोरिडोर का उपयोग कर सकते हैं.
दरअसल, गुरु नानक देव ने इसी गुरुद्वारे में अपना आखिरी समय बिताया था. यह गुरुद्वारा दोनों देशों के लिए बेहद खास है. प्रकाश पर्व के मौके पर सिख श्रद्धालु भारत सरकार की अनुमति पर दर्शन के लिए यहां जाते हैं.
हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में काफी बढ़ोतरी हुई है. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई तरह की सख्त पाबंदियां लगाई हैं. दोनों देशों के बीच संबंध और भी बिगड़ गए जब भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया. इसके अलावा, दोनों पक्षों के बीच सीमा पार हमलों की घटनाएं भी बढ़ी हैं. भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की थी. ऐसे माहौल में सिख श्रद्धालुओं की यह यात्रा सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.