Varanasi: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना’ में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। योगी सरकार उत्तर प्रदेश सामूहिक विवाह योजना में अब वर-वधू को ब्रांडेड सामान उपहार में देगी। अब इस योजना के तहत विवाह समारोह में वर-वधू को दिए जाने वाले उपहार और उच्च गुणवत्ता वाले होंगे। योजना न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को विवाह के बोझ से राहत दे रही है, बल्कि सामाजिक समरसता और समानता को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभा रही है। योगी सराकर जोड़ो का विवाह और निकाह कराने का दायित्व अभिभावक की तरह निभा रही है। विवाह योग्य वर-वधु ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। सरकार विवाह का पूरा खर्च, वधु को पैसे और जोड़ो को गृहस्थी का जरुरी समान उपलब्ध कराती है।
समाज कल्याण अधिकारी गिरीश चंद्र दूबे ने बताया कि अब उपहारों की आपूर्ति के लिए केवल प्रमाणित ब्रांडेड फर्मों को ही अनुबंध दिया जाएगा, और गुणवत्ता जांच के लिए विभागीय अधिकारी तथा स्वतंत्र पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे। अब सामूहिक विवाह में वर-वधू को ब्रांडेड उपहार जैसे उच्च गुणवत्ता वाले बर्तन, आभूषण, साड़ियां और घरेलू सामान दिए जाएंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि लाभार्थी न केवल आर्थिक सहायता पाएं, बल्कि सम्मानजनक विवाह भी हो।
समाज कल्याण अधिकारी ने जानकारी दिया कि इस योजना में अविवाहित ,विधवा,तलाकशुदा सभी इस योजना का लाभ उठा सकते है। विवाह हेतु निराश्रित कन्या, विधवा महिला की पुत्री, दिव्यांगजन अभिभावक की पुत्री, दिव्यांग कन्या को प्राथमिकता मिलती है। इसके अलावा इस योजना का लाभ प्रदेश के उन सभी परिवारों को मिलेगा, जिनकी वार्षिक आय 3 लाख रुपये तक हो और कन्या की आयु 18 एवं वर की आयु 21 वर्ष से अधिक है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आयोजन में प्रत्येक जोड़े पर एक लाख खर्च किए जाते हैं।
जिसमें 60,000 कन्या के बैंक खाते में हस्तांतरित किया जायेगा और 25,000 की विवाह संस्कार सामग्री वर-वधू को विवाह के समय उपलब्ध करवाई जाएगी है। इसके अलावा 15 हजार रुपए आयोजन में खर्च किए जाएंगे। जिसमें भोजन, पंडाल, फर्नीचर, पेयजल, बिजली व्यवस्था शामिल होंगे।