Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, संसार की कामना रखने वाले को भी भगवान की प्राप्ति हो सकती है - ऐसा तो किसी धर्म ग्रंथ में नहीं लिखा है। किंतु भागवत तो कहता है कि...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, एक सज्जन एक महान संत के पास पहुंचे और बोले, " महाराज! मुझे ऐसा मंत्र दीजिए, जिसके बल पर कोर्ट में मेरी जीत हो।" संत ने पूछा! कौन-सा केस...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, भागवत तो मृत्यु के पहले ही मुक्ति प्राप्ति की कला सिखाता है। मृत्यु के बाद मुक्ति मिलेगी या नहीं - इसका किसको पता ? अतः मृत्यु के पहले ही...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, मनु और शतरूपा ने जब अपनी पुत्री देवहूति का हाथ कर्दम ऋषि के हाथ में देने की इच्छा प्रकट की तो कर्दम ने कहा, " मैं संसार के सुखों...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, बाण-शय्या पर पड़े हुए भीष्म को श्री कृष्ण ने कहा, " आपने कभी पाप नहीं किया है, इसलिए अन्तकाल में मिलने के लिए आया हूँ, परन्तु दुर्योधन की सभा...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, घर में प्रभु की मूर्ति केवल दीपक- आरती उतारने के लिए ही मत रखो। घर के अन्य सदस्यों की तरह प्रभु के साथ भी आत्मकथा का भाव रखो। इतना...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, कुछ चोर कारागार में रहते हैं। कुछ चोर महल में रहते हैं। कारागार में रहने वाले के पाप धुलते रहते हैं, जबकि महल में रहने वाले के पाप पल-पल...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, मधुर वाणी, विनय, सरलता, स्नेह, सद्भाव और सेवा द्वारा जो सबको आनन्द प्रदान करे उसका नाम नन्द है। जो स्वयं मेहनत करे और यश दूसरों को दे, उसका नाम...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, मानव की इंद्रियों की शक्तियां सांसारिक विषयों में प्रवाहित होकर नष्ट-भ्रष्ट हो रही हैं। इन्हें इस तरह नष्ट होने से रोको और प्रभु की तरफ इनका रुख करो। ऐसा...
Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, सभी की सेवा के द्वारा जो आनन्द प्राप्त करता है, वही सभी के आशीर्वाद प्राप्त करने का अधिकारी है। सभी के आशीर्वाद प्राप्त करना बहुत मुश्किल है। सभी के...