इस हफ्ते भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम (Indian Startup Ecosystem) में मजबूत गतिविधि देखने को मिली. इस दौरान कुल फंडिंग 2.3 गुना बढ़कर 357.29 मिलियन डॉलर हो गई है और 30 डील हुई हैं. यह आकड़ा पिछल हफ्ते 152.49 मिलियन डॉलर...
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, लोकप्रिय यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से लेन-देन मार्च में 24.77 लाख करोड़ के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया, जो पिछले महीने की तुलना में 12.7...
सोमवार को सरकार द्वारा जारी अनंतिम आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में शुद्ध वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह साल-दर-साल 7.3 प्रतिशत बढ़कर ₹1.76 ट्रिलियन हो गया. क्रमिक रूप से, यह संग्रह फरवरी के ₹1.62 ट्रिलियन से अधिक था, जिसमें...
भारत में डील गतिविधियां 2025 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च अवधि) में तीन वर्ष के उच्चतम स्तर 27.5 अरब डॉलर पर रही हैं. इसमें पिछले वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 29.6% का उछाल देखने को मिला है. बुधवार को...
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) की ओर से सोमवार को जारी किए गए लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, FY25 में 31 मार्च तक एनएसई में लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 410.87 लाख करोड़ रुपये (4.81 ट्रिलियन डॉलर) पर पहुंच...
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने नवीनतम अपडेट में बताया कि फरवरी 2025 के दौरान सेवाओं का निर्यात 31.62 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 11.6 प्रतिशत अधिक है, जबकि सेवाओं का आयात पिछले वर्ष...
सेमीकंडक्टर डिजाइन में कुल वर्कफोर्स का करीब 20% भारत में है और देश की चिप मांग वर्तमान में 45-50 बिलियन डॉलर है, जो 2030 तक 100-110 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. केंद्र सरकार ने यह जानकारी दी...
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, पिछले दस वर्षों में भारत का जीडीपी दोगुना हो गया है. आंकड़ों से ज्ञात होता है कि वर्तमान कीमतों पर देश की जीडीपी 2015 में 2.1 ट्रिलियन यूएस डॉलर थी,...
भारत में बिजनेस गतिविधियां मार्च में मजबूत रही हैं. इस दौरान मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की बिक्री और उत्पादन में विस्तार देखा गया है. इसकी वजह मांग का बढ़ना था. यह जानकारी सोमवार को जारी हुए एचएसबीसी फ्लैश इंडिया सर्वेक्षण में...
उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं के तहत भारत सरकार ने करीब 14,020 करोड़ रुपये वितरित किए हैं. यह योजना 10 प्रमुख क्षेत्रों को कवर करती है, जिनमें बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, IT हार्डवेयर, बल्क ड्रग्स, मेडिकल उपकरण, फार्मास्यूटिकल्स, टेलीकॉम...