Washington: एपल और वीडियो गेम कंपनी एपिक गेम्स की लड़ाई जारी है. इसी बीच एक नए फैसले से एपल को बड़ा झटका लगा है. अमेरिकी कोर्ट ने माना है कि एपल ने अदालत के आदेशों का पालन नहीं किया, इसलिए वह अवमानना का दोषी है. इस फैसले में एपल को एक राहत भी मिली है. अब वह बाहरी पेमेंट सिस्टम्स से होने वाली खरीद पर भी कुछ कमीशन ले सकेगा.
आदेश न मानने पर सिविल अवमानना का दोषी
बता दें कि एपल को कोर्ट के आदेश न मानने पर सिविल अवमानना का दोषी माना गया था. अमेरिका की संघीय अपील अदालत ने इस फैसले को सही ठहराया है. आरोप था कि एपल ने जानबूझकर उस आदेश की अनदेखी की. जिसमें आईफोन एप स्टोर में एपल के अलावा दूसरे पेमेंट सिस्टम्स को भी इजाजत देने को कहा गया था. कोर्ट ने पहले आदेश दिया था कि एपल को अपने एप स्टोर में डेवलपर्स को बाहरी पेमेंट सिस्टम (एपल के अलावा दूसरे पेमेंट तरीके) इस्तेमाल करने की आजादी देनी होगी. लेकिन एपल ने इसे ठीक से लागू नहीं किया.
एपल बाहरी पेमेंट पर कमीशन नहीं ले सकता
कोर्ट ने माना कि एपल ने जानबूझकर ऐसे नियम बनाए रखे ताकि उसकी मनमानी चलती रहे. कोर्ट ने इसे एपल का दिखावा बताया है. निचली अदालत ने पहले कहा था कि एपल बाहरी पेमेंट पर कमीशन नहीं ले सकता. लेकिन अब अपील कोर्ट ने इस रोक को हटा दिया है. नए आदेश के तहत कोर्ट ने कहा है कि एपल बाहरी पेमेंट विकल्पों पर भी उचित कमीशन वसूल सकता है. अब निचली अदालत की जज को यह तय करना होगा कि एपल कितना कमीशन ले सकता है.
अपने आईफोन्स को एक बंद किले की तरह चलाता है एपल
यह लड़ाई 2020 में एपिक गेम्स ने शुरू की थी. उनका आरोप था कि एपल अपने आईफोन्स को एक बंद किले की तरह चलाता है. हर इन-एप परचेज पर एपल 15% से 30% तक कमीशन लेता है, जो बहुत ज्यादा है. इन-एप परचेज वो होते हैं जो किसी एप के अंदर कुछ खरीदारी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. एपल किसी और को अपना पेमेंट सिस्टम लाने नहीं देता, जिसे एपिक गेम्स ने अवैध एकाधिकार कहा था.
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