Doha: कतर ने कहा है कि शांति योजना के अनुसार गाजा में पूर्ण युद्धविराम नहीं हुआ है. इजरायली फायरिंग में शनिवार को भी पांच लोग मारे गए हैं. युद्धविराम घोषित होने के बाद से अभी तक 360 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. गाजा से जब तक इजरायली सेना नहीं जाएगी तब तक युद्धविराम पूरा नहीं होगा. गाजा में युद्ध रुकवाने के लिए हमास और इजरायल के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले कतर के प्रधानमंत्री शेख मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल-थानी ने युद्धविराम को चिंताजनक स्थिति में बताया है.
युद्धविराम के बावजूद हिंसा पूरी तरह से रुकी नहीं
दोहा फोरम के तहत आयोजित सामूहिक चर्चा में अल-थानी ने कहा कि गाजा में 10 अक्टूबर से लागू युद्धविराम के बावजूद हिंसा कम हुई है लेकिन पूरी तरह से रुकी नहीं है. कतर के प्रधानमंत्री ने कहा कि गाजा में युद्धविराम पूर्ण रूप से लागू नहीं हुआ है. यह तब तक पूरा नहीं होगा जब तक कि इजरायली सेना गाजा से निकल नहीं जाती है. इसके बाद गाजा में स्थिरता आएगी और सामान्य स्थिति बहाल होने लगेगी.
अब गाजा में केवल एक इजरायली बंधक का रह गया है शव
आमजन पूर्व की भांति घर से बाहर निकल सकेंगे और अपने काम कर सकेंगे. अल-थानी ने यह बात गुरुवार को मिस्त्र की राजधानी काहिरा में इजरायली प्रतिनिधिमंडल से हुई वार्ता के बाद कही है. अब गाजा में केवल एक इजरायली बंधक का शव रह गया है. हमास ने अभी तक 20 जीवित बंधक और 27 बंधकों के शव इजरायल को दिए हैं. बदले में इजरायल ने करीब दो हजार फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया है.
आगे नहीं बढ़ रहा है युद्धविराम
कार्यक्रम में शामिल होने के बाद तुर्किये के विदेश मंत्री हकान फिदान ने कहा कि अमेरिका की योजना पर गाजा में लागू हुआ युद्धविराम आगे नहीं बढ़ रहा है. इससे क्षेत्रीय शांति की अमेरिकी योजना के विफल होने का खतरा पैदा हो गया है. हमास से हथियार डलवाने से पहले गाजा में फलस्तीनियों के प्रशिक्षित पुलिस बल की तैनाती होनी चाहिए. इस बल में हमास लड़ाके न हों बल्कि गाजा के फलस्तीनी युवा हों.
इसे भी पढ़ें. Swadesh Event: 100 साल पुराने ईयररिंग ने Nita Ambani के रॉयल लुक का बढ़ाया ग्रेस, सादगी से जीत लिया दिल

