India Maldives Relations: बहिष्कार के बाद ढीले पड़े मालदीव के तेवर, कल संबंध सुधारने भारत आएंगे विदेश मंत्री मूसा जमीर

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

India Maldives Relations: मालदीव और भारत के रिश्तों में चल रही कड़वाहट के बीच मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत आएंगे. 9 मई यानी गुरुवार को मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत आएंगे. वह एक दिवसीय भारत के दौर पर रहेंगे. यहां उनकी मुलाकात भारतीय विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर से होगी. माना जा रहा है कि इन दोनों विदेश मंत्रियों के बीच आपसी हित के द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बात होगी.

मालदीव के पर्यटकों में आई कमी

दरअसल, मालदीव पहले भारत से संबंध बिगाड़ा. मालदीव के तीन मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर भारत और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की. इस घटना को लेकर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई. भारतीय लोगों ने सोशल मीडिया पर मालदीव का बहिष्कार करने और पर्यटन के लिए वहां नहीं जाने की बात की. जिसका असर भी देखने को मिला है. इस साल के पहले चार महीनों में भारत से मालदीव पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में 42 प्रतिशत की कमी आई है.

भारत से संबंध सुधारने में लगा मालदीव

वहीं, अब मालदीव भारत से संबंध सुधारने के लिए एक-एक कर कई कदम उठा रहा है. मालदीव से भारतीय सेना की वापसी की समय सीमा 10 मई को समाप्त हो रही है. यानी भारत 10 मई को मालदीव में तैनात अपने सभी 80 सैन्य कर्मियों को वापस बुला लेगा. लेकिन इसके ठीक पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली मालदीव सरकार 9 मई को पहली उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय यात्रा के लिए अपने विदेश मंत्री को भारत भेज रही है. इसको लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर गुरुवार को आधिकारिक यात्रा पर भारत आएंगे.

चुनावी मौसम में दिल्ली आ रहे जमीर

मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत में चुनावी मौसम के बीच वह दिल्ली आ रहे हैं. माना जा रहा है कि जमीर के भारत आने से दोनों देशों के बीच मतभेदों को दूर करने का चुनौतीपूर्ण काम होगा. साथ ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और गति मिलने की उम्मीद है.

गौरतलब है कि नवंबर 2023 में सत्ता में आने के तुरंत बाद, मुइज्जू, जिन्हें चीन समर्थक के रूप में देखा जाता है. मुइज्जू ने भारत से द्वीप देश से अपने सैन्य कर्मियों को वापस लेने के लिए कहा था. दोनों देश इस बात पर सहमत हुए थे कि भारत 10 मार्च से 10 मई के बीच मालदीव में तैनात अपने सभी 80 सैन्य कर्मियों को वापस बुला लेगा. पिछले तीन महीनों में भारत ने दो टीमें पहले ही वापस बुला लिया है.

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