India-Russia relations: भारत के विदेश मंत्री डा. एस. जयशंकर 19 से 21 अगस्त तक रूस के अधिकारिक यात्रा पर रहेंगे. उनकी यह यात्रा रूस के प्रथम उप-प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव के निमंत्रण पर हो रही है. इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर 20 अगस्त को होने वाली भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की 26वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे, जो व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर केंद्रित होगी.
इस दौरान एस. जयशंकर मॉस्को में आयोजित भारत-रूस बिजनेस फोरम को भी संबोधित करने के साथ ही रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ मुलाकात करेंगे. जहां दोनों नेता द्विपक्षीय एजेंडे की समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा.
रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह यात्रा भारत और रूस के बीच लंबे समय से चली आ रही विशेष व विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. वहीं, इससे पहले रूसी विदेश मंत्रालय ने भी इस यात्रा की पुष्टि की थी.
दोनों देशों के बीच इन मुद्दों पर होगी चर्चा
मंत्रालय ने सर्गेई लावरोव का शेड्यूल साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि “21 अगस्त को रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव मास्को में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ वार्ता करेंगे. इस दौरान दोनों मंत्री हमारें द्विपक्षीय एजेंडे के प्रमुख मुद्दों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय ढांचे के भीतर सहयोग के प्रमुख पहलुओं पर चर्चा करेंगे.”
खास बात ये है कि भारत और रूस के विदेश मंत्री की यह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की हालिया मॉस्को यात्रा के बाद हो रही है, जहां उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव और रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की थी. इसके अलावा, विदेश मंत्री जयशंकर और लावरोव के बीच आगामी बैठक 15 जुलाई को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई बातचीत के बाद हो रही है.