Iran Israel War : भारत ने ईरान में फंसे नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों को भी निकासी अभियान (ऑपरेशन सिंधु) में शामिल कर लिया है. बता दें कि इस फैसले के लिए नेपाल और श्रीलंका की सरकारों ने अपील की थी. इस दौरान तेहरान में भारतीय दूतावास का कहना है कि अब ये नागरिक भी भारत के जरिए सुरक्षित वापसी कर सकते हैं. ऐसे में नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों से कहा गया है कि वे तुरंत इन नंबरों (+98 9010144557,+989128109115, +989128109109) संपर्क करें या दूतावास के टेलीग्राम चैनल से जुड़ें.
परमाणु कार्यक्रम पर कोई बातचीत नहीं होगी: ईरान
इस हमले को लेकर ईरान ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक इजरायल के हमले जारी रहेंगे, वह अपने परमाणु कार्यक्रम के भविष्य को लेकर किसी भी तरह की बातचीत नहीं करेगा. ऐसे में ईरानी अधिकारियों ने बयान में कहा कि जब यूरोपीय देश तेहरान को परमाणु बातचीत में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इन प्रयासों में अब तक कोई फायदा नहीं हुआ है. ईरान का कहना है कि जब तक उसे निशाना बनाया जाता रहेगा, वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करता रहेगा.
ईरानी हमले से इजरायल के कई क्षेत्रों में सुरक्षा अलर्ट जारी
जानाकरी के मुताबिक, ईरानी हमले की वजह से इजरायल के कई क्षेत्रों में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है. मिसाइल हमलों की पुष्टि होते ही होम फ्रंट कमांड ने नागरिकों से निर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपील की है. दोनों देशो के बीच तनाव को लेकर इजरायली सेना का कहना है कि “वायु सेना सक्रिय रूप से काम कर रही है, उन्होंने कहा कि जहां जरूरत है वहां मिसाइलों को इंटरसेप्ट और जवाबी कार्रवाई की जा रही है.”
‘ईरानी जनता की एकजुटता ने दिखाया उनका साहस’- खामेनेई
ऐसे में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ईरानी जनता की एकजुटता और राष्ट्रभक्ति की सराहना की. इस दौरान सोशल मीडिया के जरिए एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि नमाज और उसके बाद हुए रैलियों में भारी जनसमूह की उपस्थिति ने यह साबित किया कि कि ईरानी जनता साहस, आस्था और बुद्धिमत्ता में कहीं पीछे नहीं है. ऐसे में यह बयान ऐसे समय आया है जब ईरान और इजरायल के बीच चल रहा युद्ध लगातार गंभीर होता जा रहा है और सरकार को देश की एकजुटता की सख्त जरूरत है.
‘बिना अमेरिका की मदद के इजरायल कुछ नहीं कर सकता’- ट्रंप
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि इजरायल अकेले ही अपने दम पर ईरान के सभी परमाणु ठिकानों को खत्म करने में सक्षम नहीं है और इसलिए उसे अमेरिका की मदद की जरूरत होगी. ऐसे में ट्रंप ने कहा, “इजरायल अभी इतना सक्षम नही है कि वह ईरान के सारे परमाणु ठिकानों को खुद ही खत्म कर दे.”
ईरानी ड्रोन ब्रिगेड कमांडर को मार गिराया
इस दौरान इजरायली वायु सेना ने जानकारी दी है कि उसने एक हवाई हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के ड्रोन ब्रिगेड कमांडर अमीनपूर जौदकी को मार गिराया है. जानकारी के मुताबिक, IAF ने एक बयान में कहा, “हमने लड़ाकू विमानों की मदद से अमीनपौर जौदकी को निशाना बनाकर खत्म किया, उन्होंने ये भी बताया कि ईरानी वायु सेना की दूसरी मानव रहित विमान (ड्रोन) ब्रिगेड का कमांडर था.”
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