Iran-US Nuclear Deal: अमेरिका और ईरान के बीच लंबे समय से परमाणु वार्ता चल रही है. इसी बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को परमाणु समझौते पर अमेरिका के प्रस्ताव की आलोचना की. उन्होंने कहा कि अमेरिका का प्रस्ताव पूरी तरह से ईरान के विचारों के खिलाफ है. लेकिन उन्होंने पूरी तरह से अमेरिका के साथ संभावित परमाणु समझौते की संभावना से इंकार भी नहीं किया. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर भी दिया कि ईरान को यूरेनियम संवर्धन की क्षमता बनाए रखने पर फोकस करना चाहिए.
यूरेनियम संवर्धन क्षमता बनाए रखने पर ईरान का फोकस
ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने कहा कि ‘यदि हमारे पास 100 परमाणु ऊर्जा संयंत्र हैं और हमारे पास संवर्धन की क्षमता नहीं है, तो वे सारे परमाणु ऊर्जा संयंत्र हमारे लिए बेकार हैं. यदि हमारे पास संवर्धन नहीं है, तो हमें अमेरिका के सामने हाथ फैलाना होगा.’
ईरान-अमेरिका के बीच लगातार चल रही बातचीत
बता दें कि कई परमाणु शक्ति संपन्न देश अभी भी बाहरी देशों से संवर्धित यूरेनियम लेते हैं. फिलहाल, ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु समझौते पर बात हो रही है और अभी तक दोनों देशों के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है. हालांकि इस दौरान अमेरिका द्वारा ईरान को क्या प्रस्ताव दिया गया है, इसकी बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है.
समझौता न होने पर बढ़ सकती है चुनौतिया
दरअसल, ईरान के साथ परमाणु समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्राथमिकताओं में से एक है. इस समझौते के तहत अमेरिका, ईरान को कठोर आर्थिक प्रतिबंधों से राहत दे सकता है, जिसके बदले में ईरान को अपने यूरेनियम संवर्धन को समाप्त करना होगा. वहीं, इस समझौते के न होने और इजरायल-हमास युद्ध के कारण पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ा हुआ है. इसके अलावा, प्रतिबंधों से दबाव में चल रही ईरान की अर्थव्यवस्था में और गिरावट आ सकती है, जिससे घरेलू स्तर पर चुनौतियां बढ़ सकती हैं.
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