Israel-Syria Conflict: सीरिया के कार्यकारी राष्ट्रपति अहमद अल-शरा को लेकर इजराइल के मंत्री अमीचाई चिक्ली ने बड़ा ऐलान किया है. सीरिया में जारी संघर्ष के बीच चिक्ली ने अल-शरा को निपटाने की धमकी दी है. अमीचाई चिक्ली का कहना है कि अल शरा हमास के आतंकादियों की तरह काम कर रहे हैं. ऐसे में अल-शरा का भी वही हस्र होगा, जो हमास के मुखिया का हुआ था. इजराइली मंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर अल-शरा के खात्मे का अलल-ऐलान किया है. चिक्ली के इस पोस्ट ने मिडिल-ईस्ट के सियासी पारा को बढ़ा दिया है.
अल-शरा से नाराज है इजराइल
पिछले साल दिसंबर में जब इजराइल हमास के खिलाफ जंग लड़ रहा था, तभी सीरिया में बशर-अल-असद का तख्तापलट हो गया. बशर-अल-असद की सत्ता गिरने के बाद इजराइल ने सीरिया के दक्षिणी भाग पर हमला करना शुरू कर दिया. इजरायल ने गोलन से आगे तक कब्जा कर लिया है. इजराइल ने सीरिया में जिन इलाकों पर कब्जा किया है, उसे वार जोन घोषित कर दिया है.
इजराइल के अनुसार, इसी वार जोन में सीरियाई सैनिक और अल-शरा के समर्थक ड्रूज समुदाय को मार रहे हैं. सीरिया में ड्रूज समुदाय की जनसंख्या 7 लाख के आसपास है. सीरिया में यह समुदाय अल्पसंख्यक है. इजराइल के रक्षा मंत्री कैट्ज ले कहा है कि किसी भी कीमत पर हम ड्रूज समुदाय की रक्षा करेंगे. सोमवार को इजराइली सैनिकों ने सीरिया में अल शरा के समर्थकों पर गोलीबारी भी की. कई जगहों पर टैंक पर बम गिराने की भी खबर सामने आई है.
अल-शरा की हत्या हो सकती है?
चिक्ली के बयान पर अभी तक सीरिया की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. लेकिन टारगेट किलिंग को लेकर जो इजराइल का इतिहास रहा है, उससे किसी भी संभावनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. इजराइल जॉर्डन से लेकर ईरान तक जिन लोगों को निशाने पर लिया, उसकी हत्या कर दी. हालांकि, अल-शरा को सऊदी और तुर्की का सीधा समर्थन मिला हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अल-शरा को मान्यता प्रदान की है. ऐसे में इजराइल के लिए आगे की राह कठिन है. ड्रूज के मामले को लेकर अमेरिका ने इजराइल और सीरिया से तुरंत सीजफायर करने के लिए कहा है.
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