अमेरिका के लॉस एंजेलिस में बेकाबू हुए प्रदर्शनकारी, ट्रंप ने तैनात किए 4100 जवान, फिर भी नहीं सुधर रहे हालात

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Los Angeles Protest: अमेरिका के लॉस एंजेलिस में आव्रजन विरोधी प्रदर्शनों की स्थिति लगातार बिगड़ती ही जा रही है. वहीं, Arts District और Little Tokyo इलाकों में प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने-सामने हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा फ्लैश बैंग्स और रबर की गोलियों का इस्तेमाल भी किया गया. पुलिस की ओर से यह कार्रवाई उस वक्‍त की गई जब भीड़ में से कुछ लोगों ने पुलिस पर चीजें फेंकीं.

बता दें कि ये प्रदर्शन अमेरिका में चल रही Anti-ICE (Immigration and Customs Enforcement) विरोध लहर का हिस्सा हैं, जो अब व्यापक हो रहा है और इसकी आग देशभर के कई शहरों में देखी जा रही है. इसी बीच कई प्रदर्शनकारी ICE की नीतियों और प्रवासियों के साथ हो रहे व्यवहार के खिलाफ सड़कों पर आगजनी भी कर रहे हैं.

तैनात किए गए हैं 4100 अतिरिक्त नेशनल गार्ड

राज्‍य में लगातार बिगड़ते हालातों के मद्देनजर ट्रंप ने 2000 अतिरिक्त नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया है. ऐसे में अब शहर में तैनात सैनिकों की कुल संख्या 4100 से अधिक हो गई है. अमेरिकी सरकार द्वारा यह कदम संघीय संपत्तियों और कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.

700 मरीन की तैनाती

वहीं, इससे पहले पेंटागन ने लगभग 700 मरीन की तैनाती की थी, जो संघीय संपत्तियों की सुरक्षा में मदद करेंगे, जिसकी कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूज़ॉम ने निंदा की है. इस तैनाती को उन्‍होंने अवैध और विक्षिप्त कदम बताया है. उनका कहना है कि अमेरिकी मरीन को अपने ही देशवासियों का सामना करने के लिए तैनात करना तानाशाही का संकेत है. इसके लिए कैलिफोर्निया ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, जिसमें एक न्यायाधीश से आग्रह किया गया है कि वह लॉस एंजिल्स में सड़कों पर हो रहे प्रदर्शनों के जवाब में नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती को गैरकानूनी घोषित करे और भविष्य में किसी भी तैनाती को रोकने का आदेश दे.

वहीं, प्रदर्शनकारियों को काबू करने में जुटी पुलिस बॉर्डर अधिकारी टॉम होमन ने बताया कि प्रदर्शन शांत करने के लिए मरीन की तैनाती जरूरी थी, जबकि कैलिफोर्निया के राज्यपाल गैविन न्यूजॉम और लॉस एंजिल्स की मेयर करेन बास ने इस कदम की आलोचना की है. उन्‍होंने कहा है कि शहर को संघीय शक्ति के प्रयोग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

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