President Donald Trump : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने देश में ‘स्वर्ण युग’ लाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन बीते दिनों में कमजोर आर्थिक आंकड़े देखते हुए चिंता पैदा कर रहे हैं, क्योंकि उनकी नीतियों के प्रभाव अब स्पष्ट होते जा रहे हैं. ऐसे में आंकड़ों के मुताबिक नौकरियों में वृद्धि कम हो रही है और महंगाई बढ़ रही है. इसके साथ ही पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि दर धीमी हो गई है. ट्रंप ने अब तक अपने छह महीने से कुछ ज्यादा कार्यकाल के दौरान शुल्क में बढ़ोतरी की.
खबर का श्रेय लेने के लिए उत्सुक रहते हैं ट्रंप
बता दें कि वह किसी भी अच्छी खबर का श्रेय लेने के लिए उत्सुक रहते हैं. इसके साथ ही किसी भी परिस्थिति को बिगड़ता देख दूसरे को दोष देने की कोशिश करते हैं. फिलहाल अमेरिकी अर्थव्यवस्था उस तेजी से नहीं बढ़ रही, जिसका रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने वादा किया था.
ट्रंप ने चेतावनियों को किया नजरअंदाज
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस समय रोजगार रिपोर्ट बेहद निराशाजनक थी, लेकिन ट्रंप ने आंकड़ों में दी गई चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए मासिक रोजगार के आंकड़े जारी करने वाली एजेंसी के प्रमुख को बर्खास्त कर दिया. ऐसे में लोगों का कहना है कि ट्रंप की आर्थिक नीतियां एक राजनीतिक जुआ हैं. इस मामले को लेकर फायरहाउस स्ट्रैटेजीज के रिपब्लिकन रणनीतिकार एलेक्स कॉनेंट का कहना है कि हम ट्रंप के कार्यकाल की शुरुआत में ही हैं, लेकिन उनका अर्थव्यवस्था पर प्रभाव असामान्य रूप से बहुत ज्यादा है.
2026 तक शुरू होगा प्रभाव
ऐसे में उनका कहना है कि 2026 तक शुल्कों के महंगाई का पूरा प्रभाव महसूस होगा. दुर्भाग्य से रिपब्लिकन के लिए यह चुनावी वर्ष भी है. इस मामले को लेकर एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स ने जुलाई में एक सर्वेक्षण किया, जिसमें केवल 38 प्रतिशत वयस्क ही ट्रंप के अर्थव्यवस्था प्रबंधन से सहमत थे.
इसे भी पढ़ें :- ‘Dead Economy’ वाले बयान पर पीएम मोदी ने इशारों में ट्रंप को दिया जवाब, कहा- ‘दुनिया की तीसरी सबसे…’