पाकिस्तान के बाद भारत ने चीन पर साधा निशाना, कहा- ‘बॉर्डर पर नए तनाव से बचें’

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Rajnath Singh SCO Meeting : शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के दौरान क़िंगदाओ में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के रक्षा मंत्री डोंग जुन से मुलाकात की. बता दें ‍कि इस मुलाकात में चीन को राजनाथ सिंह ने स्‍पष्‍ट शब्‍दों में संदेश दिया कि दोनों देशों को किसी भी नए तनाव से बचना चाहिए और सीमा पर शांति बनाए रखना जरूरी है. जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में दोनों देशों के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर भी बातचीत हुई. सोश्‍ल मीडिया पर पोस्‍ट करते हुए बताया कि अब यह यात्रा दोबारा शुरू होने जा रही है.

कोविड के चलते टल गई थी कैलाश मानसरोवर यात्रा

बता दें कि 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण यह यात्रा रोकी गई थी और बाद में लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन सैन्य टकराव के चलते यात्रा को फिर से शुरू नहीं किया जा सका. जानकारी के मुताबिक, रक्षामंत्री का यह संदेश ऐसे समय में आया है जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद अब भी पूरी तरह सुलझा नहीं है.

मधुबनी पेंटिंग की खास भेंट

इस मुलाकात के दौरान अपने चीनी समकक्ष को राजनाथ सिंह ने बिहार की एक मधुबनी पेंटिंग भी भेंट की. बता दें कि यह पारंपरिक कला शैली को मिथिला पेंटिंग के नाम से भी जाना जाता है, इस दौरान यह कला बिहार के मिथिला क्षेत्र से जुड़ी है. ऐसे में इस कला की खासियत बारीक रेखांकन, चमकदार रंगों, खूबसूरत और जनजातीय आकृतियों में होती है. यह पेंटिंग मधुबनी चित्रकला अपनी जीवंत मिट्टी जैसे रंगों और विशिष्ट डिजाइनों के लिए प्रसिद्ध है.

राजनाथ सिंह ने SCO दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से किया इंकार

बता दें कि वर्तमान समय में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन के किंगदाओ शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं. इसके साथ ही जानकारी मिली है कि उन्होंने SCO द्वारा तैयार किए गए घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, दस्तावेज में आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे को कमजोर दिखाया, जिससे भारत के सख्त रुख को नुकसान पहुंच सकता था. इसी वजह से राजनाथ सिंह ने उस दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं किए.

राजनाथ सिंह का पाकिस्‍तान पर तीखा हमला

इस मुलाकात के दौरान अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर करारा निशाना साधा. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि जो देश आतंकवाद को पालते-पोसते हैं और उसे अपने लालची मकसदों के लिए इस्तेमाल करते हैं, उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. राजनाथ सिंह ने जोर देते हुए कहा कि ऐसे दोहरे मानदंड अब और नहीं चल सकते और SCO को ऐसे देशों की आलोचना करने से पीछे नहीं हटना चाहिए.

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