अमेरिका से भी आगे निकलना चाहता है चीन, रूस ने खुलकर किया सहयोग, चिढ़ जाएंगे डोनाल्ड ट्रंप

Russia-China Nuclear Cooperation : सभी देशों पर लगातार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ बम फोड़ रहे हैं. ऐसे में चीन और रूस की नजदीकियां काफी बढ़ती दिखाई दे रही हैं. इस दौरान रूस ने ऐलान करते हुए कहा कि वह चीन को दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा उत्पादक बनाने में मदद करेगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच बीजिंग में हुई वार्ता के बाद यह बयान दिया.

अमेरिका से भी आगे बढ़ रहा चीन

फिलहाल अमेरिका के पास 94 परमाणु रिएक्टर हैं अगर इनकी क्षमता की बात करें तो इनकी कुल क्षमता करीब 97 गीगावॉट (GW) है. इसके साथ ही अमेरिका को भी पीछे छोड़ चीन तेज़ी से नए रिएक्टर बना रहा है. जानकारी के दौरान उसकी क्षमता अप्रैल 2024 तक 53.2 गीगावॉट तक पहुंच गई थी. बता दें कि चीन का लक्ष्‍य है कि वह 100 गीगावॉट से अधिक क्षमता हासिल कर अमेरिका को पीछे छोड़ दे.

चीन के समर्थन में रूस का सहयोग

मीडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘चीन के पास परमाणु ऊर्जा के विकास की महत्वाकांक्षी योजना है. इसहके साथ ही चीन ने अमेरिका को पकड़ने और उससे आगे निकलने का लक्ष्य तय किया है. प्राप्‍त जानकारी के अनुसार रूस इसमें पूरा सहयोग करेगा. ऐसे में रूस अब तक चीन में चार परमाणु रिएक्टर बना चुका है और आगे भी कार्य जारी है. बता दें कि आने वाले समय में रूस और चीन की यह साझेदारी परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक शक्ति संतुलन को बदल सकती है.

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने इन पर लगाए गंभीर आरोप

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन, जिनपिंग और किम जोंग उन पर साजिश रचने का आरोप लगाया है. लेकिन बता दें कि रूस ने उन आरोपों का कड़ा जवाब देते हुए कहा कि ऐसा कोई षड्यंत्र नहीं है और शायद ट्रंप मजाक कर रहे थे. इसके साथ ही चीन की विशाल सैन्य परेड में चीनी राष्ट्रपति ने स्‍पष्‍ट रूप से कहा कि दुनिया शांति और युद्ध के बीच चुनाव के मोड़ पर खड़ी है. इस मौके पर पुतिन और किम जोंग उन भी मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ें :- एक बार फिर शहबाज शरीफ ने कराई खुद की बेज्जती, रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी नही रोक पाए हंसी, वीडियो हुआ वायरल

More Articles Like This

Exit mobile version