न पोस्‍टर, न कोई प्रचार और न ही जनता को खबर…. सीरिया में संसदीय चुनाव आज, चुनावी पारदर्शिता पर उठ रहे सवाल

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Syria Elections 2025: सीरिया में आज, 5 अक्टूबर को संसदीय चुनाव हैं, लेकिन देश की जनता को इसके बारे में कोई भनक तक नहीं है, क्‍योंकि इस चुनाव में नागरिक मतदान नहीं करेंगे, बल्कि यह अप्रत्‍यक्ष तरीके से कराया जाएगा. ऐसे में चुनाव के दौरान भी दश्मिक के सड़कों पर कोई चुनावी माहौल नजर नहीं आ रहा है. न तो उम्मीदवारों के पोस्टर हैं और न ही कोई प्रचार.

जनता को नहीं मिलेगा वोट डालने का मौका

बता दें कि यह चुनाव, पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद पहली बार हो रहे हैं, जिसे लेकर अंतरिम सरकार का कहना है कि युद्ध और विस्थापन के कारण जनसंख्या का सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं होने की वजह से सार्वभौमिक मतदान संभव नहीं है. ऐसे में राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने चुनाव प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि जनता को सीधे वोट देने का अवसर नहीं मिलेगा.

पूरी तरह से लोकतांत्रिक नहीं चुनाव

इस बार के चुनाव में भी अधिकांश सीटें जिला-स्तरीय इलेक्टोरल कॉलेजों के जरिए चुनी जाएंगी, जबकि कुछ सीटें सीधे अंतरिम राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त की जाएंगी. ऐसे में इसे पूरी तरह से लोकतांत्रिक नहीं कहा जा सकता है. बता दें कि इस चुनाव के दौरान लगभग 6,000 सदस्य देशभर के 50 जिलों में मतदान करेंगे. इन कॉलेजों के जरिए करीब 120 सीटों पर प्रतिनिधियों का चयन होगा. चुनी गई यह संसद 30 महीनों (ढाई साल) तक काम करेगी.

पीपुल्स असेंबली (संसद): देश की संसद में कुल 210 सीटें होंगी.

चुनाव की संरचना: इनमें से दो-तिहाई (लगभग 140 सीटें) का चुनाव किया जाएगा, जबकि एक-तिहाई (करीब 70 सीटें) अंतरिम राष्ट्रपति द्वारा सीधे नियुक्त की जाएंगी.

इलेक्टोरल कॉलेज प्रणाली: चुनी जाने वाली सीटों के लिए देश के अलग-अलग जिलों में इलेक्टोरल कॉलेज मतदान करेंगे.

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