New Delhi: अफगानिस्तान की सीमा से सटे तजाकिस्तान में ड्रोन से किए गए घातक हमले में चीन के तीन इंजीनियरों की मौत हो गई. दुशांबे में चीन के दूतावास ने यह जानकारी दी. इस हमले में तीन चीनी नागरिकों की मौत हुई है. बता दें कि अफ़गानिस्तान में तालिबान के साथ ताजिकिस्तान के रिश्ते खराब हो गए हैं और हाल के महीनों में बॉर्डर पर कई झड़पें हुई हैं.
यूएवी से किया गया यह हमला
तजाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से बताया कि यह हमला यूएवी से किया गया है. इस यूएवी में ग्रेनेड और विस्फोटक लोड किए गए थे, जिससे एक गोल्ड माइनिंग पर हमला किया गया. तजाकिस्तान ने बताया कि यह हमला सीमा पार यानी अफगानिस्तान की ओर से किया गया. अभी तक की जानकारी के अनुसार बुधवार रात को तजाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी खटलोन इलाके में एक कैंप हाउसिंग कंपनी के कर्मचारियों को निशाना बनाते हुए इस हमले को अंजाम दिया गया.
नागरिकों से बॉर्डर वाला इलाका खाली करने की अपील
चीनी दूतावास की ओर से बताया गया कि बुधवार शाम को ताजाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी खतलोन प्रांत में हुए इस हमले में एक और चीनी नागरिक घायल हो गया. वहीं अपने नागरिकों से बॉर्डर वाला इलाका खाली करने की अपील की. हालांकि अभी दूतावास की ओर से यह नहीं बताया गया कि इस हमले के पीछे कौन था लेकिन माना जा रहा है कि चीन ने तजाकिस्तान से जांच करने की अपील की है.
मिलिटेंट ग्रुप के लड़ाके एक्टिव
दोनों देशों के बीच लगभग 1,350 किलोमीटर (840 मील) तक फैले पहाड़ी बॉर्डर इलाके में मिलिटेंट ग्रुप के लड़ाके एक्टिव हैं. मुस्लिम-बहुल ताजिकिस्तान जो पहले के सोवियत संघ के सबसे गरीब देशों में से एक है. 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से कट्टरपंथ के बढ़ने की संभावना को लेकर चिंतित है.
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