अमेरिका में चर्च पर फायरिंग करने वाले शख्स को मिले थे कई बडे मेडल, जानें कौन है सैनफोर्ड?

Washington: अमेरिका में रविवार को ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप स्थित मिशिगन के मॉर्मन चर्च में गोलीबारी और दहशत फैलाकर चार लोगों की जान लेने वाले 40 वर्षीय पूर्व सैनिक थॉमस जैकब सैनफोर्ड को पुलिस ने मौके पर ही मार गिराया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना को भयावह बताया था और यह भी कहा था कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका में ईसाइयों पर एक और लक्षित हमला लगता है.

सैनफोर्ड को अक्सर इधर-उधर देखते थे…

सैनफोर्ड इराक युद्ध में भी हिस्सा ले चुका था. बर्टन, मिशिगन के सैनफोर्ड ने 2004 में पास के एक हाई स्कूल से पढ़ाई पूरी की थी. उसे 2004 से 2008 तक मरीन में सेवा की और 2007 से 2008 तक इराक में तैनात रहा. हाई स्कूल के पूर्व सहपाठी रयान लोपेज ने बताया कि वह सैनफोर्ड को अक्सर इधर-उधर देखते थे. लोपेज ने बताया कि वह मुझे देखकर खुश होते थे, वह बिल्कुल सामान्य लगते थे. सैनफोर्ड हंस, टर्की और हिरणों का शौकीन शिकारी था और बचपन में एक आम देहाती बच्चे जैसा दिखता था. हाई स्कूल के बाद दोनों मरीन में शामिल हो गए, जहां सैनफोर्ड मोटर ट्रांसपोर्ट का काम करता था.

एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार के साथ पैदा हुआ था बेटा

सोशल मीडिया अकाउंट्स के अनुसार, सैनफोर्ड शादीशुदा था और उसका एक बच्चा भी था. 2015 के GoFundMe पेज के अनुसार, सैनफोर्ड का बेटा एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार के साथ पैदा हुआ था. उसके इलाज और देखभाल के लिए परिवार को पैसों की जरूरत थी. बेटा जन्मजात हाइपरइंसुलिनिज्म नामक एक जन्मजात बीमारी से पीड़ित है, जिसके लिए उसे लंबे समय तक अस्पताल में रहना पड़ता है. बच्चे को अग्न्याशय के कुछ हिस्सों को निकालने के लिए कई सर्जरी करनी पड़ी है.

सैनफोर्ड के मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं अधिकारी

सैनफोर्ड के रिकॉर्ड बताते हैं कि अपनी सेवा के दौरान उसे मरीन कॉर्प्स गुड कंडक्ट मेडल, सी सर्विस डिप्लॉयमेंट रिबन, इराक कैंपेन मेडल, ग्लोबल वॉर ऑन टेररिज्म सर्विस मेडल और नेशनल डिफेंस सर्विस मेडल से सम्मानित किया गया था. सैनफोर्ड की आखिरी पोस्टिंग उत्तरी कैरोलिना के मरीन कॉर्प्स बेस कैंप लेज्यून में कॉम्बैट लॉजिस्टिक्स रेजिमेंट 25 की दूसरी मेंटेनेंस बटालियन में थी. अधिकारी मिशिगन में चर्च पर सैनफोर्ड के हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. जांचकर्ता उसकी संपत्ति की तलाशी ले रहे हैं और उसके मोबाइल फोन रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं ताकि मकसद का पता लगाया जा सके.

सैनफोर्ड ने शांत माहौल को दहशत में बदल दिया…

इस बार भी रविवार को जब लोग मिशिगन स्थित एक मॉर्मन चर्च में प्रार्थना कर रहे थे, तभी सैनफोर्ड ने शांत माहौल को दहशत में बदल दिया. उसने अपनी गाड़ी चर्च में घुसा दी और फिर वहां मौजूद लोगों पर बेतहाशा गोलियां चलाकर इमारत को आग लगा दी. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई और आठ घायल हो गए. बंदूकधारी को बाद में पुलिस ने पार्किंग में मार गिराया. हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना को भयावह बताया और पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया. उन्होंने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, यह संयुक्त राज्य अमेरिका में ईसाइयों पर एक और लक्षित हमला लगता है.

अपनी पिकअप ट्रक को चर्च के मुख्य दरवाजों से टकरा दिया

रविवार को महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोग ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप स्थित चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लैटर-डे सेंट्स में अपनी नियमित प्रार्थना सभा के लिए जमा हुए थे. सुबह लगभग 10.25 बजे एक शख्स ने अपनी पिकअप  ट्रक को चर्च के मुख्य दरवाजों से टकरा दिया और फिर एक असॉल्ट राइफल लेकर बाहर निकला. उसने श्रद्धालुओं पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. हमलावर ने बाद में और भी तबाही मचाई और चर्च को आग लगा दी. जैसे ही संदिग्ध चर्च से भागा, दो अधिकारियों ने उसे घेर लिया और वह गोलीबारी में मारा गया.

इसे भी पढ़ें. जेलेंस्की ने पलट दिया पुतिन का पूरा खेल, रूस की ताकत ही बनी उसकी बड़ी कमजोरी, रूस-यूक्रेन युद्ध में आया नया अपडेट!

More Articles Like This

Exit mobile version