Washington: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा यूक्रेन के लोगों के लिए शुरू किए गए ह्यूमनिटेरियन प्रोग्राम पर ट्रंप ने ग्रहण लगा दिया है. ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन की प्रोसेसिंग में देरी की वजह से 31 मार्च तक लगभग 200,000 लोगों को अपना लीगल स्टेटस खोने का खतरा हो गया है. रॉयटर्स द्वारा रिव्यू किए गए इंटरनल यूएस गवर्नमेंट डेटा के अनुसार देरी से प्रभावित यूक्रेन के लोगों की संख्या पहले रिपोर्ट नहीं की गई है.
ह्यूमनिटेरियन प्रोग्राम की हो रही है चिंता
ट्रंप प्रशासन के इमिग्रेशन एक्शन से लाखों लोगों को भविष्य अधर में लटक गया है. कैटरीना गोलिज्ड्रा बीते छह महीने से कानूनी अधर में लटकी हुई हैं. ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन का इंतजार करते हुए उन्हें उस ह्यूमनिटेरियन प्रोग्राम की चिंता हो रही है कि उसका क्या होगा, जिसने यूक्रेन में युद्ध से भागे लगभग 260,000 लोगों को यूनाइटेड स्टेट्स में रहने और काम करने की इजाजत दी थी.
नौकरी छोड़ने के लिए होना पड़ा मजबूर
मई में गोलिज्ड्रा का लीगल स्टेटस खत्म हो गया जिस कारण वो डिपोर्टेशन की चपेट में आ गईं. उनका वर्क परमिट चला गया और उन्हें फोर्ट लॉडरडेल में रिट्ज-कार्लटन में मैनेजर के तौर पर 50,000 डॉलर से ज्यादा सालाना कमाने वाली नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. गोलिज्ड्रा का हेल्थ इंश्योरेंस भी चला गया, जिसका इस्तेमाल वह लिवर की बीमारी के चेकअप के लिए करती थीं. अब वह अपनी मां को पैसे नहीं भेज सकतीं, जो बेघर हो गई हैं और जर्मनी में रहती हैं.
यह दुनिया भर में 5.9 मिलियन यूक्रेनी रिफ्यूजी का एक छोटा सा हिस्सा
अप्रैल 2022 में शुरू किए गए ह्यूमनिटेरियन प्रोग्राम ने लगभग 260,000 यूक्रेन के लोगों को शुरुआती दो साल के समय के लिए U.S. में आने की इजाजत दी. यूनाइटेड नेशंस के रिफ्यूजी डेटा के अनुसार यह दुनिया भर में 5.9 मिलियन यूक्रेनी रिफ्यूजी का एक छोटा सा हिस्सा है, जिनमें से 5.3 मिलियन यूरोप में हैं. गोलिजड्रा ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि यूनाइटेड स्टेट्स में रहने की उनकी परमिशन कब या अगर रिन्यू हो सकती है, जिससे अमेरिका में उनकी थोड़े समय की सिक्योरिटी की भावना को खतरा हो सकता है.
इसे भी पढ़ें. ध्वजारोहण समारोह: पीएम मोदी की होगी शाही अगवानी, स्वस्ति वाचन के बीच अयोध्यावासी करेंगे पुष्प वर्षा

