US News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आए हैं. बीते दो दिनों से ट्रंप के खिलाफ अमेरिका के विभिन्न शहरों में जोरदार विरोध प्रदर्शन हो रहा है. दरअसल राष्ट्रपति ट्रंप के अजीबोगरीब फैसले के वजह से लोगों में नाराजगी है. अमेरिका की जनता ट्रंप की कई नीतियों के खिलाफ पोस्टर, बैनर और नारों के साथ अपनी असंतुष्टि व्यक्त की है.
This is more than a protest; it’s a moral reckoning. We took to the streets in DC today to speak out against the Trump administration, because as Rep. John Lewis taught us, progress will come, but it will not come on its own! #GoodTroubleLivesOn pic.twitter.com/8ojV72HSNp
— SEIU (@SEIU) July 18, 2025
अमेरिका के 50 राज्यों में हुआ विरोध
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ट्रेड और टैरिफ वार छेड़नेके साथ अपने कई अन्य फैसलों के वजह से अपने ही देश में घिर गए है. ‘गुड ट्रबल लाइव्स ऑन’ (Good Trouble Lives On) नामक विरोध आंदोलन ने अमेरिका के सभी 50 राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. न्यूयॉर्क में प्रदर्शनकारियों को इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) भवन के पास एक चौराहे को अवरुद्ध करते हुए देखा गया.
एक विरोध प्रदर्शन के दौरान, जब प्रदर्शनकारी एक इमिग्रेशन कोर्ट के बाहर जुटे तो उन्होंने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ ‘गुड ट्रबल लाइव्स ऑन’ राष्ट्रीय विरोध दिवस के तहत तख्तियां थाम रखी थीं. एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा गया कि प्रदर्शनकारियों ने न्यूयॉर्क सिटी के मैनहैटन स्थित फेडरल प्लाज़ा में ICE भवन के बाहर एक चौराहे पर बैठकर धरना दिया और रास्ता ब्लॉक कर दिया.
600 जगहों पर हुआ प्रदर्शन
डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ यह प्रदर्शन अटलांटा (जॉर्जिया), सेंट लुइस (मिसौरी), ओकलैंड (कैलिफोर्निया), और एनापोलिस (मैरीलैंड) सहित करीब 1600 जगहों पर हुआ. इसमें ट्रम्प प्रशासन की स्वास्थ्य देखभाल में कटौती, आव्रजन नीतियों और अन्य निर्णयों का विरोध किया गया. साथ ही इसकता मकसद दिवंगत कांग्रेस सदस्य और नागरिक अधिकारों के नेता जॉन लुईस को श्रद्धांजलि देना भी था.
क्या है ‘गुड ट्रबल’ आंदोलन?
‘गुड ट्रबल’ आंदोलन का नाम जॉन लुईस की उस प्रसिद्ध अपील से लिया गया है, जो उन्होंने 2020 में अपनी मौत से पहले अमेरिकी नागरिकों से की थी. उन्होंने कहा था, “अच्छी परेशानी में पड़ो, ज़रूरी परेशानी में पड़ो और अमेरिका की आत्मा का उद्धार करो.” बता दें कि जॉन लुईस ‘बिग सिक्स’ नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं के ग्रुप के अंतिम जीवित सदस्य थे, जिसका नेतृत्व डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने किया था. लुईस ने हमेशा अहिंसक आंदोलन और न्याय की लड़ाई का समर्थन किया, और यह आंदोलन उनके विचारों की विरासत को आगे बढ़ाता है.
प्रदर्शनकारियों का कहना है…
पब्लिक सिटीजन संगठन की सह-अध्यक्ष लीसा गिल्बर्ट ने विरोध प्रदर्शन से पहले कहा, ” हम अपने देश के इतिहास के सबसे भयावह क्षणों में से एक से गुज़र रहे हैं. हम सभी प्रशासन में बढ़ते अधिनायकवाद और अव्यवस्था से जूझ रहे हैं. जब हमारे लोकतंत्र के अधिकारों, स्वतंत्रताओं और अपेक्षाओं को चुनौती दी जा रही है.” इस राष्ट्रीय आंदोलन का मकसद ट्रंप प्रशासन की उन नीतियों और कार्यों के खिलाफ आवाज़ उठाना है, जिन्हें कई नागरिक मानवाधिकारों के उल्लंघन और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरा मानते हैं.
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