US-Brazil relations: ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने साओ पाउलो राज्य के सोरोकाबा शहर में एक कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी फटकार लगाई है. उन्होंने ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें (ट्रंप) को ब्राजील के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हम विनम्र है और किसी के चिल्लाने से नहीं डरते है.
लोगों की रक्षा ही किसी भी देश की संप्रभुता का सार
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “हमें यह जानना होगा कि लोगों की जरूरतें कैसे पूरी की जाएं. इसके लिए लोगों की देखभाल करनी होती है, न कि शासन. वह ब्राजील की देखभाल करना चाहते हैं. लोगों की रक्षा ही किसी भी देश की संप्रभुता का सार है.
बता दें कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ हुए मुकदमे को राजनीतिक सजा की संज्ञा दी थी. साथ ही उन्होंने ब्राजील को ‘घटिया व्यापारिक साझेदार’ कहा था.
ट्रंप प्रशासन ने की मोरेस पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा
दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने 30 जुलाई को ब्राजीलियाई निर्यात पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने और ब्राजील के संघीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश एलेक्जेंडर डी मोरेस पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. मोरेस वर्तमान में बोल्सोनारो के खिलाफ मामले की देखरेख कर रहे हैं, जिनपर साल 2022 में राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद भी सत्ता हथियाने का आरोप है.
अमेरिका के आगे नहीं झुकेगा ब्राजील
हालांकि, ब्राजीली राष्ट्रपति ने डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का खंडन किया है. उनका कहना है कि उनका (ट्रंप) का दावा झूठा है. ब्राजील अच्छा है लेकिन अमेरिकी सरकार के आगे नहीं झुकेगा. लूला ने कहा कि जायर बोल्सोनारो का मामला ब्राजील का आंतरिक मामला है और हम इससे निपटेंगे. बोल्सोनारो के साथ कुछ भी गलत नहीं हो रहा, बल्कि लोकतंत्र उनके साथ न्याय कर रहा है.
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