US-Israel Deal: ईरान के साथ जारी तनाव के बीच अमेरिका और इजरायल के बीच बड़ी डील हुई है. अमेरिकी सीनेट ने इजरायल को बड़े स्तर पर हथियार बेचने की मंजूरी दे दी है. दोनों देशों के बीच 675 मिलियन डॉलर की डील हुई है. इस सौदे के तहत इजरायल को 5 हजार बम और हजारों असॉल्ट राइफलें मिलेंगी. माना जा रहा है कि ये डील ईरान को काबू में लाने की इजरायली रणनीति का हिस्सा है. हालांकि इस समझौते का विरोध भी हुआ. अमेरिकी सीनेट में डेमोक्रेट सांसदों के एक बड़े तबके ने इस डील पर रोक लगाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे.
डील को ईरान से जोड़ा जा रहा है?
इस डील को सीधे-सीधे ईरान से जुड़ी तनातनी के साथ जोड़ा जा रहा है. इजराइल पहले ही कह चुका है कि यदि ईरान अगस्त तक परमाणु समझौते पर सहमत नहीं होता है तो वह एकतरफा कार्रवाई करेगा. ईरान ने यूरेनियम संवर्धन की रफ्तार कम करने से मना कर दिया है, जिससे पश्चिमी देशों की चिंता और बढ़ गई है. ऐसे में हथियारों की ये भारी खेप इजरायल को मिलने का साफ मतलब ईरान को चेतावनी देना है.
विरोध के बाद भी पास हो गई डील
अमेरिकी सीनेट में दो प्रस्ताव लाए गए थे, जिनका उद्देश्य इस डील को रोकना था. एक प्रस्ताव के खिलाफ 70-27 और दूसरे के खिलाफ 72-24 वोटिंग हुई. खास बात ये रही कि 27 डेमोक्रेट सांसदों ने हथियार बिक्री के खिलाफ वोट डाला. सीनेटर बर्नी सैंडर्स, जो पहले से ही इजरायली सरकार की नीतियों के आलोचक रहे हैं, उन्होंने ही ये मतदान करवाने का दबाव बनाया था. इससे पहले जनवरी में केवल 10 डेमोक्रेट सांसदों ने इस तरह का विरोध जताया था, लेकिन इस बार संख्या कहीं अधिक रही.
गाजा में जारी तबाही से बढ़ रहा दबाव
गाजा में चल रही लड़ाई, भुखमरी और मानवीय संकट ने कई डेमोक्रेट सांसदों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. अमेरिकी सीनेट की फॉरेन रिलेशन कमेटी की टॉप डेमोक्रेट सीनेटर जीन शाहीन ने भी इस सौदे के खिलाफ वोट दिया. उन्होंने जैसे ही समर्थन जताया, कई और मॉडरेट डेमोक्रेट भी साथ आ गए. हालांकि, डेमोक्रेट नेता चक शूमर और सीनेटर कोरी बुकर जैसे दिग्गजों ने इस डील के पक्ष में वोट दिया. वहीं रिपब्लिकन पार्टी ने पूरी तरह से इस डील का समर्थन किया.
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