Washington: अमेरिका में राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर गोलीबारी करने वाले संदिग्ध की पहचान अफगानी नागरिक 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकनवाल के रूप में हुई है. गोलीबारी के बाद अन्य गार्ड सदस्यों ने इसे घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप हमला के वक्त थैंक्सगिविंग के लिए फ्लोरिडा में थे. इस घटना में कम से कम तीन लोग घायल हुए, जिनमें दो जवान भी शामिल हैं.
वॉशिंगटन डीसी में तैनात थे दोनों जवान
दोनों जवान वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के सदस्य थे और देश की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में तैनात थे. व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर नेशनल गार्ड के जवान गश्त पर थे तभी हमलावर एक कोने से आया और उन पर घात लगाकर हमला कर दिया. इसी दौरान गोलीबारी के बाद अन्य गार्ड सदस्यों ने संदिग्ध को घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया. इस संदिग्ध बंदूकधारी ने व्हाइट हाउस से कुछ ही ब्लॉक की दूरी पर वाशिंगटन डीसी में तैनात वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो सदस्यों को एक हिंसात्मक घटना में गोली मार दी थी.
अमेरिका पहुंचने के बाद वाशिंगटन राज्य में रह रहा था लकनवाल
रहमानुल्लाह लकनवालए जिसने दो नेशनल गार्ड्स को गंभीर रूप से घायल किया था. अफगानिस्तान से एक प्रवासी है. लकनवाल ऑपरेशन एलाइज वेलकम के तहत अमेरिका में दाखिल हुआ और उन्हें वाशिंगटन के बेलिंगहैम में बसाया गया. जांच से परिचित लोगों ने बताया कि लकनवाल अमेरिका पहुंचने के बाद वाशिंगटन राज्य में रह रहा था. लकनवाल ने उत्तर-पश्चिम डीसी में फर्रागुट वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास करीब 2.15 बजे (स्थानीय समय) कोने पर पहुंचने से पहले इंतजार किया.
एक महिला गार्ड के सीने और फिर उसके सिर में मार दी गोली
इसके बाद गोलीबारी शुरू कर दी. जिसमें उसने एक महिला गार्ड के सीने और फिर उसके सिर में गोली मार दी. बताया जा रहा है कि पागल बंदूकधारी ने दूसरे गार्ड पर भी गोली चलाई. जब तक कि पास में तैनात एक तीसरा गार्ड दौड़कर उस गार्ड को पकड़ नहीं लेता. जब संदिग्ध ने उन पर गोली चलाईए तब दोनों हथियारबंद जवान सड़कों पर गश्त कर रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पास के एक अस्पताल ले जाया गया है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
गार्ड के सदस्यों को अस्पताल में कराया गया है भर्ती
केंद्रीय संघीय जांच एजेंसी के डायरेक्टर काश पटेल और वॉशिंगटन की मेयर म्यूरिल बाउजर ने कहा कि गार्ड के सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. बाउजर ने कहा कि नेशनल गार्ड के सदस्यों को निशाना बनाकर गोली मारी गई है. फिलहाल मामले की जांच जारी है. इसके पीछे हमलावरों का मकसद क्या था? यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. एनबीसी ने बताया कि एफबीआई इस हमले की जांच आतंकवाद की संभावित कार्रवाई के रूप में कर रही है.
गोलीबारी को लेकर एक्शन में हैं ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी को लेकर एक्शन में हैं. सोशल मीडिया पर एक बयान में चेतावनी दी कि जिस जानवर ने गार्डों को गोली मारी, उसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
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