Doda Encounter: डोडा मेें शहीद हुए कैप्टन और जवानों के नाम आए सामने, रक्षा मंत्री ने सेना को दी खुली छूट

Shubham Tiwari
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Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Doda Encounter: देर रात जम्मू-कश्मीर के डोडा में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. इस हमले में एक अफसर समेत सेना के 4 जवान शहीद हुए हैं. आतंकियों ने देसा वन क्षेत्र में धारी गोटे उरारबागी में सेना पर हमला किया था. फिलहाल यहां के जंगल में दोनों तरफ से लगातार फायरिंग हो रही है. सेना की तरफ से इस मुठभेड़ में सभी वीर शहीदों के नाम जारी कर दिए गए हैं

कैप्टन बृजेश थापा शहीद

सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों सेना के जवानों पर हमला बोला. इस दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए भारतीय सेना के कैप्टन बृजेश थापा शहीद हो गए. जानकारी के मुताबिक, थापा दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी थे. उनके पिता कर्नल भुवनेश थापा सेना से रिटायर हैं. उनकी बहन एक नेपाली गायिका हैं. वे सिलीगुड़ी में रहते हैं. ब्रृजेश थापा ने साल 2019 में भारतीय सेना ज्वाइन की थी.

कौन -कौन हुआ शहीद?

कैप्टन बृजेश थापा

नायक डी राजेश

सिपाही बिजेंद्र

सिपाही अजय

सेना ने क्या कहा?

भारतीय सेना की तरफ से वीर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है. सेना ने कहा कि COAS जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी अधिकारी उन बहादुर जवानों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने डोडा में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी, ताकि क्षेत्र में शांति सुनिश्चित हो सके. भारतीय सेना इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है.

राजनाथ सिंह ने सेना को दी खुली छूट

जम्मू-कश्मीर में लगातार सेना पर हो रहे हमले के बाद से अब सरकार सख्त एक्शन के मूड में नजर आ रही है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की है और मामले का संज्ञान लिया है. बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख को आतंक के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दी है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “उर्रार बग्गी, डोडा (जम्मू-कश्मीर) में एक आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों की मौत से गहरा दुख हुआ. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, राष्ट्र हमारे उन सैनिकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया है. आतंकवाद विरोधी अभियान जारी हैं और हमारे सैनिक आतंकवाद के संकट को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

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