तिरुपति प्रसादम लड्डू में मिलावट के मामले की आंच पहुंची यूपी, इन मंदिरों को लेकर प्रशासन ने उठाए सवाल

Divya Rai
Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Divya Rai
Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Tirupati Balaji Laddu Controversy: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. ये मामला ठंडा होने की जगह दिन-ब-दिन तूल पकड़ते जा रहा है. जहां एक तरफ तिरुपति बालाजी मंदिर में शुद्धिकरण की प्रक्रिया चल रही है, वहीं दूसरी तरफ अब इस हंगामे की आंच उत्तर प्रदेश के कई मंदिरों में पहुंच गई है.

आरोपियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई की मांग

तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट उजागर होने के बाद संत और हिंदू संगठन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हंगामे को बढ़ता देख आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है. वहीं, अब उत्तर प्रदेश के बांके बिहारी मंदिर में चढ़ने वाले प्रसाद की क्वॉलिटी पर सवाल उठाया गया है.

सपा सांसद डिंपल यादव ने उठाया सवाल

बता दें कि ये सवाल किसी आम आदमी ने नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने उठाया है. उन्होंने विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी के प्रसाद के तौर पर चढ़ने वाले पेड़े की क्वालिटी को लेकर सवाल उठाया है. बांके बिहारी के मंदिर में आए दिन करीब 50 हजार भक्त माथा टेकने पहुंचते है. 162 वर्ष पुराने इस मंदिर में भगवान कृष्ण की झलक पाने के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेश से भी लोग आते हैं. मथुरा वृंदावन आने वाला हर भक्त वहां से बिना पेड़ा लिए वापस नहीं जाता है. लेकिन पेड़े में मिलावट की खबरों ने श्रद्धालुओं के भी मन में कई तरह के सवाल खड़े कर दी हैं.

ये भी पढ़ें- ‘जो पीएम मोदी ने किया वह हमारे लिए किसी ने नहीं किया… पीएम से मिलने के बाद बोले सिख समुदाय के लोग

विवाद में कूदे बृजभूषण सिंह

वहीं, इस हंगामे में भाजपा नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह भी कूद पड़े हैं. बृजभूषण सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में मिलने वाले घी की जांच होनी चाहिए. लागातर बढ़ते इस मामले को देखते हुए भाजपा ने विरोधी दलों के साथ-साथ लोगों से भी अनुरोध किया है कि वो किसी तरह का भ्रम न फैलाएं. हालांकि, मथुरा के पेड़ों की क्वालिटी को लेकर जांच शुरू हो गई है.

इस मंदिर में लगी प्रसाद चढ़ाने पर रोक

वहीं, इस घमासान के बीच लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर के गर्भगृह में बाहरी प्रसाद को चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. जगह-जगह पर पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिसपर लिखा है कि बाहरी प्रसाद चढ़ाना मना है. वहीं, 23 सितंबर, सोमवार को मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर में प्रसाद पर चूहों के चलने का वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर लोग और भड़क उठे हैं.

Latest News

भारत एक्‍सप्रेस और भारत डायलॉग्‍स के तत्‍वावधान में लिट्रेचर फैस्टिवल 2025 का होगा आयोजन, जुटेंगे देश-विदेश के साहित्यकार

Literature Festival 2025: 7 से 9 नवंबर 2025 तक 'लिटरेचर फेस्टिवल' का आयोजन किया जाएगा. भारत एक्सप्रेस और भारत...

More Articles Like This